उज्जैन। आईआरसीटीसी द्वारा 19 फरवरी को ट्रेन से ज्योतिर्लिंगों की यात्रा कराई जानी थी लेकिन मोबाइल पर मैसेज कर यह यात्रा अचानक निरस्त कर दी गई। यात्रा करने के लिए कुछ लोग एक-दो दिन में जबलपुर पहुँचने की तैयारी कर चुके थे।
इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आइआरसीटीसी) द्वारा आयोजित ज्योतिर्लिंग यात्रा के तहत सैकड़ों यात्रियों की सात ज्योतिर्लिंग दर्शन की योजना अधूरी रह गई। आइआरसीटीसी ने धार्मिक यात्रा पर 19 फरवरी को जबलपुर से विशेष ट्रेन चलाने की घोषणा की थी। इस ट्रेन से श्रद्धालुओं को द्वारका के साथ सोमनाथ, मध्य प्रदेश के महाकालेश्वर एवं ओंकारेश्वर एवं अन्य ज्योतिर्लिंग का भ्रमण कराया जाना था। यात्रा के लिए आईआरसीटीसी ने प्रति यात्री 42 हजार रुपये की दर से अग्रिम राशि जमा कराई थी लेकिन बुधवार को आइआरसीटीसी ने अचानक यात्रियों के मोबाइल फोन पर यात्रा निरस्त करने का संदेश जारी कर दिया। इससे कई दिन पहले से यात्रा की तैयारी कर रहे श्रद्धालुओं में आक्रोश है। कई यात्री आइआरसीटीसी की मनमानी से धार्मिक यात्रा से वंचित हो गए हैं। यात्रा निरस्त करने का कारण नहीं बताये जाने से भी यात्री असंतुष्ट हैं। विशेष ट्रेन से सात ज्योतिर्लिंग की धार्मिक यात्रा के लिए लगभग 700 से ज्यादा श्रद्धालुओं ने आइआरसीटीसी को अग्रिम किराये का भुगतान किया था। इसमें जबलपुर सहित प्रदेश के कई जिलों के निवासी भी शामिल हैं। विशेष ट्रेन से धार्मिक यात्रा पर प्रस्थान करने के लिए कुछ लोग एक-दो दिन में जबलपुर पहुँचने की तैयारी कर चुके थे। सात ज्योतिर्लिंग यात्रा को अचानक निरस्त किए जाने के पीछे रेलवे के पास रेल डिब्बों की कमी होना बताया जा रहा है। कुछ रेल डिब्बों को अयोध्या के लिए शुरू की गई विशेष गाडिय़ों में जोड़ा जा रहा है। इसके कारण ज्योतिर्लिंग दर्शन के लिए प्रस्थान करने वाली विशेष गाड़ी के रैक के लिए यात्री डिब्बे कम पड़ गए। यात्री डिब्बों की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं होने से आइआरसीटीसी ने अंतिम समय पर यात्रा को स्थगित करना पड़ा है।
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