तेल अवीव: इजरायल (Israel) की सुरक्षा एजेंसी शिन बेट (Security agency Shin Bet), पुलिस की अंतरराष्ट्रीय अपराध जांच इकाई याहबल और लाहव 433 साइबर यूनिट ने ईरान के जासूसी नेटवर्क का पता लगाया है। इजरायली पुलिस ने दावा किया है कि एक ज्वाइंट ऑपरेशन में इस ईरानी खुफिया नेटवर्क का पता चला, जो इजरायली नागरिकों को तेहरान के जासूसों के रूप में भर्ती करने के लिए काम कर रहा था। इजरायली एजेंसियों ने गुरुवार को इस नेटवर्क का खुलासा किया है, जिसमें इजरायल के नागरिक ही ईरान के लिए काम कर रहे थे।
इजरायली अखबार यरूशलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा अधिकारियों ने लॉड शहर से राफेल और लाला गुलायेव नाम की दंपति को गिरफ्तार किया। इन दोनों ने कथित तौर पर इजरायलियों की ईरान के लिए भर्ती करने का काम किया था। ईरान के लिए काम करने वाले 56 वर्षीय अजरबैजानी नागरिक एलखान अगायेव ने गुलायेव को भर्ती किया था। अगायेव के कहने पर इस दंपति ने मोसाद मुख्यालय और दूसरे सुरक्षा स्थलों की जानकारी जुटाई।
इजराइल के खिलाफ ईरान का जासूसी नेटवर्क
इजरायल में गुरुवार को ही बेनी ब्राक निवासी आशेर बिन्यामिन वीज के खिलाफ मुकदमा दायर हुआ है। आशेर वीज के खिलाफ ईरानी एजेंटों से मिलकर इजरायली परमाणु वैज्ञानिक का पीछा करने का आरोप था। वीज को कथित तौर पर इन एजेंटों से वैज्ञानिक की हत्या करने के निर्देश मिले थे। वीज पर विदेशी एजेंट से संपर्क करने और दुश्मन मुल्क को जानकारी देने का आरोप है।
शिन बेट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि ये मामले हाल के हफ्तों में उजागर किए गए ईरान के नाकामयाब कोशिशों की एक सीरीज का हिस्सा हैं। स्पेशल ऑपरेशन चलाकर ईरानी खुफिया अफसरों के इशारे पर काम कर रहे इजरायली नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि राफेल गुलायेव ने इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल सिक्योरिटी स्टडीज के बारे में भी खुफिया जानकारी इकट्ठा की थी।
इजरायल के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस घटनाक्रम पर कहा है कि पुलिस, शिन बेट और दूसरी एजेंसियां मिलकर नागरिकों को खतरा पैदा करने वाली गतिविधियों का पता लगाने और उन्हें रोकने के लिए काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि हम संस्थाओं और सार्वजनिक सुरक्षा को खतरे में डालने लोगों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
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