तेहरान । ईरान ने अमेरिका के साथ जारी तनाव के बीच दुनिया को पहली बार अपनी दो नई मिसाइलों का दीदार कराया है। सरकारी टीवी ने बताया कि अधिकारियों ने ईरान के राष्ट्रीय रक्षा उद्योग दिवस पर इन मिसाइलों अनावरण किया। इन मिसाइलों का नाम ईरान के दिवंगत जनरल कासिम सुलेमानी और इराक के मिलिशिया नेता दिवंगत अबू मेहदी अल-मुहंदिस के नाम पर रखा गया है। इन दोनों की इस साल जनवरी में बगदाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अमेरिकी हवाई हमले में मौत हो गई थी।
ईरान के रक्षा मंत्री आमिर हातमी ने कहा कि जमीन से जमीन पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल की रेंज 1,400 किमी. है। इसे शीर्ष ईरानी कमांडर शहीद कासिम सुलेमानी का नाम दिया गया है। वहीं, क्रूज मिसाइल की रेंज 1,000 किमी. है। इसका नामकरण इराकी मिलिशिया नेता शहीद अबू महदी के नाम पर किया गया है।
वहीं, अर्ध-सरकारी समाचार एजेंसी ‘फारस’ के मुताबिक, ‘शहीद हज्ज कासिम’, जिसका नाम सुलेमानी पर रखा गया है, सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल है। यह मिसाइल 1,400 किलोमीटर तक हमला करने में सक्षम है। सरकारी टीवी ने कहा कि शहीद ‘अबू महदी’ नौसैन्य क्रूज मिसाइल है, जो 1,000 किलोमीटर तक वार कर सकती है। इसके अलावा ईरान ने गुरुवार को ही अपने उन्नत ड्रोनों के लिये चौथी पीढ़ी के हल्के टर्बो-फैन इंजनों का भी अनावरण किया है।
बतादें कि कासिम सुलेमानी ईरान का सबसे शक्तिशाली सैन्य कमांडर के रूप में जाने जाते थे। जनरल सुलेमानी ईरान के सशस्त्र बलों की शाखा इस्लामिक रेवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स या कुद्स फोर्स के मुखिया थे। ये फोर्स सीधे ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्लाह अली खामेनेई को रिपोर्ट करती है। जनरल सुलेमानी ने 1980 के ईरान-इराक युद्ध की शुरुआत में अपने सैन्य करियर का आगाज किया था और साल 1998 से कुद्स फोर्स की कमान उनके हाथों में आ गई थी। बगदाद एयरपोर्ट पर अमेरिका द्वारा उन्हें मार गिराए जाने के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने बदला लेने की कसम खाई थी।
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