नई दिल्ली: कतर में फीफा वर्ल्ड कप 2022 (FIFA World Cup 2022 in Qatar) की शुरुआत हो चुकी है. इस बीच खबर आई है कि ईरान (Iran) ने इस आयोजन में बाधा पहुंचाने के लिए में आतंकवादी हमला करने पर विचार किया. इजरायल रक्षा बलों (IDF) के सैन्य खुफिया प्रमुख ने इसकी जानकारी दी है. तेल अवीव में एक इंस्टीट्यूट फॉर नेशनल सिक्योरिटी स्टडीज (INSS) कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए मेजर जनरल अहरोन हलीवा ने कहा कि ईरान को आतंक के इस कृत्य से रोकने वाली केवल एक चीज इस बात पर चिंतित थी कि मेजबान देश कतर कैसे जवाब दे सकता है.
फीफा वर्ल्ड कप 2022 की शुरुआत 20 नवंबर से हो चुकी है, जो कि 18 दिसंबर तक चलेगा. इस वर्ल्ड कप में ईरान की नेशनल टीम भी खेल रही है. मेजर जनरल अहरोन हलीवा ने कहा कि ईरानी शासन सत्ता पर अपनी पकड़ बनाए रखने के बारे में चिंतित है क्योंकि विरोध जारी है और यह पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का विरोध करता है.
ईरान की राजधानी तेहरान (Iran’s capital Tehran) में पुलिस द्वारा हिरासत में ली गई 22 साल की कुर्द युवती महसा अमीनी की मौत होने के बाद 16 सितंबर से ही सरकार विरोधी प्रदर्शन हो रहे हैं. इस प्रदर्शन के समर्थन में 21 नवंबर को मैच से पहले राष्ट्रगान में ईरान की फुटबॉल टीम चुप खड़ी रही. खिलाड़ियों की इस हरकत पर देश में नाराजगी है. ईरान में टीवी पर इस पल को नहीं दिखाया गया. मैच से पहले कप्तान एहसान हाजसाफी ने भी कहा था कि वो आंदोलनकारियों के साथ है. हालांकि मैच में ईरान को इंग्लैंड से हार का सामना करना पड़ा. इंग्लैंड ने अपने इस पहले मैच को 6-2 से जीत लिया.
वहीं सोमवार को ईरान के पश्चिमी भाग में कुर्द शहर में सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ भारी बल प्रयोग किया जिसमें कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई. कार्यकर्ताओं ने उक्त घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि एक दिन पहले मारे गए दो लोगों के जनाजे के दौरान सरकार-विरोधी प्रदर्शन पर आज सुरक्षा बलों ने बल प्रयोग किया. ऑनलाइन उपलब्ध वीडियो में देखा जा सकता है कि सड़कों पर हो रही भारी गोलीबारी से बचने के लिए प्रदर्शनकारी इधर-उधर शरण ले रहे हैं. कुछ वीडियो में लोग सड़कों पर अचेत और खून से लथपथ पड़े दिख रहे हैं, वहीं अन्य में लोग स्थानीय अस्पताल पर रक्तदान के लिए एकत्र नजर आ रहे हैं.
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