नई दिल्ली: फिलिस्तीन चरमपंथी समूह हमास (Palestine extremist group Hamas) की हरकत पर बौखलाया इजरायल (Israel) गाजा पट्टी पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है, हाइराइज बिल्डिंग और हमास (High rise building and hamas) के ठिकानों को निशाना बनाया जा रहा है. लगातार हमलों के बीच गाजा पट्टी (Gaza Strip) में हर तरफ तबाही नजर आ रही है, अफरातफरी का माहौल है. इजरायल ने हमास का समर्थन करने वाले ईरान समेत अन्य देशों को भी चेतावनी दे दी और किसी को न बख्शने का ऐलान किया है. ईरान ने भी इसका जवाब देने की बात कह दी है. इजरायल को धमकी भरे लहजे में ईरान ने कहा है कि यदि हमें निशाना बनाने की कोशिश की गई तो लेबनान, यमन, ईराक और सीरिया से भी हमला होगा. इसके लिए ईरान ने इस्लामिक सहयोग संगठन की आपात बैठक भी बुलाई है.
इजरायल और हमास के बीच छिड़ी जंग अगर ऐसे ही चलती रही तो मिडिल ईस्ट से नया वर्ल्डवॉर शुरू हो सकता है, खाड़ी देशों में इसे लेकर दहशत है, अनुमान ये लगाया जा रहा है कि अगर जंग में अन्य देश कूदते हैं तो कौन किसके साथ होगा. फिलहाल ज्यादातर इस्लामिक देश हमास के साथ नजर आ रहे हैं. हमास खुलकर ये ऐलान कर चुका है कि ईरान का समर्थन उसे प्राप्त है. लेबनान के हिजबुल्लाह की ओर से भी लगातार हमले किए जा रहे हैं. ईराक, सीरिया, यमन भी इजरायल के कट्टर विरोधी माने जाते है. इससे पहले ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने इस हमले के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया था और मुस्लिम देशों से फिलिस्तीनी राष्ट्र का समर्थन करने का आह्रवान किया था. उन्होंने सीरिया, लेबनान और इराक के प्रयासों की तारीफ की थी.
इजरायल सेना ने हमास के समर्थकों को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है, डिफेंस फोर्सेज के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने कहा है कि जिसने भी हमास को सहयोग किया वह अंजाम भुगतेगा, हगारी का सीधा इशारा ईरान, लेबनान, यमन और सीरिया की तरफ था, हालांकि ईरान ने भी इसके जवाब में कहा है कि यदि इजरायल ने ईरान पर धमकी देने के बारे में सोचा तो सभी देश मिलकर हमला करेंगे. यह पहली बार नहीं, दरअसल ईरान लगातार इजरायल को धमकी देता रहा है, पांच महीने पहले ईरान के आर्मी डे के मौके पर भी राष्ट्रपति इब्राहिम राईसी ने दुनिया को ईरान की ताकत दिखाते हुए इजरायल के तेतल अवीव और हाइफा को तबाह करने की धमकी दी थी.
हमास पर बड़े हमले कर रहा अमेरिका अब ईरान की धमकी और लेबनान, यमन और सीरिया का मुकाबला करने के लिए अमेरिका से मदद मांग रहा है, वाशिंगटन पोस्ट की एक खबर के मुताबिक इजरायल ने अमेरिका ने मिसाइल इंटरसेप्टर, छोटे हथियार और गोला-बारूद मांगे हैं. खबर तो यहां तक आ रही है कि अमेरिका ने इजरायल को सैन्य सहायता देने का भी ऐलान कर दिया है.
इजरायल की कैबिनेट ने सैन्य हमले को मंजूरी दे दी है, माना ये जा रहा है कि अगले 24 घंटे में इजरायल इन्फ्रेंट्री गाजा पर जमीनी हमला कर सकती है, खास बात ये है कि इजिप्ट ने इसका विरोध किया है, इजिप्ट ने कहा है कि ऐसा करना ठीक नहीं. हालांकि इजरायल की तैयारी पूरी है, सीमा पर मर्कवा टैंको का डिप्लॉयमेंट हो चुका है, अमेरिका ने लेबनान सीमा की खुफिया जानकारी भी मांगी गई है, इसके अलावा इजरायल ने अपने सीमावर्ती इलाके, उरीम, बेरी, नाहलओज, नेतिव हासारा और जिकिम को खाली करने के आदेश दे दे दिए हैं. रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं यदि ऐसा हुआ तो हालात और बिगड़ेंगे, हिजबुल्लाह भी जमीनी हमला करेगा, इसके बाद इजिप्ट, ईरान, सीरिया और यमन की एंट्री होगी, इससे पूरा मिडिल ईस्ट प्रभारी होगा.
रक्षा विशेषज्ञ मेजर जनरल (रिटायर्ड) यश मोर कहते हैं कि हमास के हमले से इजरायल खुद अंडरशॉक है, दुनिया में इजरायल का सर्विलास सिस्टम बेस्ट है, कई देश इस सर्विलांस सिस्टम को खरीदते हैं, मोसाद जैसी टॉप खुफिया एजेंसी हैं, फिर भी हमले को कोई भांप नहीं पाया. पहले ही हमास हमला कर चुका है और इजरायल ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया है, लेकिन इस बार जंग हो रही है, खास बात ये है कि गाजा इलाका ओवर पॉप्यूलेटेड है और बेहद गरीब है, यहां के कई नागरिकों को हमास ने बंदी बना लिया है, इजरायल के कुछ सैनिक और सैन्य अधिकारी भी पकड़े हैं. इससे पहले जब हमास ने एक इजरायल सैनिक को पकड़ा था तो उसे छुड़ाने के लिए इजरायल ने अपनी जेलों से कई हमास आतंकियों को छोड़ा था.
रक्षा विशेषज्ञ मेजर जनरल रिटायर्ड एके सिवाच के मुताबिक हमास के इस हमले में ईरान का सीधा हाथ है, ऐसा मुझे लगता है, खास बात ये है कि हमास के जितने भी डिफेंसेंज हैं वे अंडरग्राउंड हैं, यदि गाजा पर इजरायल ने ताकत से हमला किया तो सबसे ज्यादा सिविलियन को नुकसान होगा, क्योंकि यहां की आबादी बेहद घनी है, ऐसे में इस्लामिक देश फलस्तीन को समर्थन करेंगे. इसीलिए ये साफ है कि ये लड़ाई लंबी खिंचने वाली है. खुद इजरायल को इस बात का अंजादा नहीं रहा होगा कि हमास इतना बड़ा हमला करेगा, लेकिन इजरायल को पीछे हटने वालों में से नहीं है.
गाजा पट्टी युद्ध का मैदान बन गया है, हमास इजरायल पर हमले कर रहा है तो हमास को खत्म करने के लिए इजरायल गाजा पट्टी पर ताबड़तोड़ बम और रॉकेट बरसा रहा है, फिलहाल यहां हाईराइज बिल्डिंग और हमास के ठिकानों को टारगेट किया जा रहा है, लेकिन ये हमले बढे तो यहां रहने वाले लोगों के लिए मुश्किल हो सकती है, खास बात ये है कि यहां की आबादी तकरीबन 20 लाख से ज्यादा है, इस तरह के हमले में यहां से निकलने के लिए एक इजरायल होकर रास्ता है और दूसरा इजिप्ट होकर. ऐसे में यहां के लोग कहां जाएंगे ये बड़ा सवाल है.
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