नई दिल्ली: ईरान (Iran) ने मंगलवार रात 10 बजे 100 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें (Ballistic Missiles) इजराइल पर दागी. ये हमले पूरे इजराइल पर 30 मिनट तक किए गए. ईरान ने इस हमले के माध्यम से इजराइल (Israel) के महत्वपूर्ण रक्षा ठिकानों को निशाना बनाया. ईरान ने दावा किया है कि उसने इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के हेडक्वार्टर और कुछ सैन्य ठिकानों को तबाह कर दिया है. इस हमले में इजरायल के 20 एफ-35 लड़ाकू विमान नष्ट करने का दावा भी ईरान की ओर से किया गया है.
हालांकि, उसके दावे की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है. वहीं, इजराइल ने कहा है कि ईरान की ओर से दागी गईं अधिकतर मिसाइलों का हवा में ही मार गिराया गया. ईरान के इस हमले की बाद से ही एफ-35 लड़ाकू विमान चर्चा में है. यह अत्याधुनिक विमान अपनी बेमिसाल टेक्नोलॉजी, युद्धक क्षमता के साथ ही अपनी महंगी कीमत के लिए भी विख्यात है.
अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन एफ-35 युद्धक विमान बनाती है. इज़राइल मध्य पूर्व का एकमात्र देश है जिसके पास एफ-35 विमान हैं. यह दुनिया का सबसे उन्नत लड़ाकू विमान है. यह स्टेल्थ क्षमताओं से लैस हैं और इसका इस्तेमाल खुफिया जानकारी जुटाने, दुश्मन के क्षेत्र में गहराई तक हमला करने और हवाई मुकाबले के लिए किया जा सकता है. मई 2018 में, इज़राइली सेना ने कहा था कि वह एफ-35 विमानों को युद्ध में इस्तेमाल करने वाला पहला देश बन गया है.
इज़राइल ने इस साल जून में अमेरिका से 25 उन्नत F-35 स्टेल्थ लड़ाकू विमानों को खरीदने का सौदा किया था. यह सौदा 3 बिलियन डॉलर में हुआ था. प्रत्येक एफ-35 विमान की लागत लगभग 82.5 मिलियन डॉलर (684.75 करोड़ रुपये) बताई गई थी. एफ-35 को खरीदना ही महंगा नहीं है, बल्कि इसे उड़ाना भी बहुत खर्चीला है. F-35 का प्रति घंटे उड़ान का खर्च लगभग 40,000 डॉलर है, जबकि अन्य विमानों जैसे F-16 का यह खर्च 26,000 डॉलर है.
जून 2024 में हुए समझौते के तहत लॉकहीड मार्टिन इजराइल को इन विमानों की डिलीवरी 2028 में शुरू करेगा. इजराइली रक्षा मंत्रालय ने तब कहा था कि इस सौदे के तहत इज़राइल के एफ-35 विमानों की संख्या 75 हो जाएगी. मंत्रालय ने एक बयान में कहा था, “सेना को विमानों की डिलीवरी 2028 में शुरू होगी, और हर साल तीन से पांच विमानों की आपूर्ति की जाएगी.”
F-35 की उच्च लागत के पीछे कई विशेष कारण हैं जो इसे इतना महंगा बनाते हैं. F-35 एक अत्याधुनिक लड़ाकू विमान है जिसमें स्टेल्थ तकनीक, उन्नत सेंसर और नेटवर्किंग क्षमताएँ शामिल हैं. इसकी रडार क्रॉस-सेक्शन केवल 0.005 वर्ग मीटर है, जो इसे दुश्मनों के लिए पहचानना बहुत कठिन बनाता है. F-35 का रखरखाव भी बहुत महंगा है. इसके अलावा लॉकहीड मार्टिन F-35 का अपग्रेड करने में पैसा पानी की तरह बहाती है.
F-35 के लिए स्पेयर पार्ट्स बनाने वाले सप्लायर बहुत कम है. इस वजह से कंपनी को पार्ट्स बहुत महंगे मिलते हैं और इनकी मरम्मत के काम में भी बहुत समय लगता है. इ एफ-35 की लागत बढ़ जाती है. 2023 में, लगभग 10,000 स्पेयर पार्ट्स मरम्मत के लिए लंबित थे. इन सभी कारकों के कारण F-35 को एक महंगा लेकिन अत्याधुनिक लड़ाकू विमान माना जाता है.
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