मुंबई। चेन्नई सुपरकिंग्स के गेंदबाजी सलाहकार एरिक सिमंस ने खुलासा किया है कि महेंद्र सिंह धोनी टीम के डेथ ओवर बैटिंग एक्सपर्ट हैं। उन्होंने कहा है कि धोनी को जिस तरह की ट्रेनिंग दी जा रही है, वह मैच की परिस्थितियों में भी सफल साबित हो रही है। धोनी रविवार को मुंबई इंडियंस के खिलाफ सीएसके की पारी की अंतिम चार गेंदों पर उतरे और शुरुआती तीन गेंद पर छक्के जड़कर 20वें ओवर में 26 रन बटोरने में मदद की। माही ने चार गेंद में नाबाद 20 रन बनाए और इतने ही रन से एमआई की टीम मैच हार गई।
सिमंस ने कहा- विपक्षी टीम हमें 200 से कम पर सीमित करने की सोच रही थी और फिर उन्हें अचानक से ऐसी पारी देखने को मिली। अंत में वह 207 रन चेज कर रहे थे। हम हर बार उनके ऊपर निर्भर होते हैं और उन्होंने हमें आश्चर्यचकित करना जारी रखा है। मैदान पर जाकर पहली गेंद को छक्के के लिए हिट करना और फिर उस मोमेंटम को जारी रखना बहुत मुश्किल काम है, लेकिन वह नेट्स पर काफी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं। हमें बस एक और अविश्वसनीय एमएस धोनी मोमेंट देखने को मिला।
भारत के पूर्व गेंदबाजी कोच रह चुके सिमंस ने कहा कि धोनी एक बल्लेबाज के रूप में सीएसके की डेथ बॉलिंग को परखने का एक जरिया भी हैं। नेट्स पर वह सीएसके के गेंदबाजों के सामने डेथ ओवर की तरह प्रैक्टिस करते हैं। सिमंस ने कहा- जब हम डेथ ओवरों में गेंदबाजी कर रहे होते हैं तो हम उन्हें बल्लेबाजी टेम्पलेट के रूप में उपयोग करते हैं। अगर हमारे गेंदबाज उनके खिलाफ नेट्स में सफल होते हैं, तो हम जानते हैं कि हम अच्छा करने जा रहे हैं।
मैच खत्म होने के बाद धोनी लंगड़ाते दिखे थे। ऐसा लग रहा था कि उनके पैर में दर्द है। अब सिमंस ने स्वीकार किया कि धोनी घुटने की चोट से जूझ रहे हैं, लेकिन उन्होंने बिना किसी दर्द के इससे बहादुरी से निपटा। उन्होंने कहा- हर कोई उनकी चोट में अधिक रुचि रखता है। वह सबसे मजबूत खिलाड़ियों में से एक हैं। मैंने ऐसा खिलाड़ी कभी देखा है। मुझे इस बारे में सोच भी नहीं सकता और हम जानते हैं कि वह किस हद तक दर्द में हो सकते हैं या नहीं। वह बस अपना काम करते रहना चाहते हैं। उन्हें कुछ चोटें हैं। उसके पास बस इन सबको अनदेखा करने की क्षमता है और वह जानते हैं कि क्या करने की आवश्यकता है। हम उिकी चोट के बारे में ज्यादा चिंतित हैं। जब मैं ‘हम’ कहता हूं तो मेरा मतलब फैंस से होता है जो उनकी चोटों को लेकर उनसे ज्यादा चिंतित है।
सिमंस ने शिवम दुबे की भी तारीफ की। दुबे पिछले सीजन की तरह इस सीजन भी शानदार फॉर्म में हैं। हालांकि, इस सीजन वह सिर्फ स्पिनर्स की नहीं, बल्कि तेज गेंदबाजों की भी जमकर धुनाई कर रहे हैं। दुबे का खौफ स्पिनरों में इस कदर है कि रविवार को मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पांड्या ने दुबे के मैदान में आने के बाद किसी स्पिनर को गेंदबाजी नहीं दी। श्रेयस गोपाल और मोहम्मद नबी ने उनके आने से पहले ही गेंदबाजी की थी। दुबे ने गोपाल की सिर्फ एक गेंद का सामना किया और उस पर एक रन बनाया।
दुबे ने एमआई के खिलाफ 38 गेंद में नाबाद 66 रन की पारी खेली और आगामी टी20 विश्व कप के लिए अपना दावा पुख्ता कर दिया है। टीमें उनके खिलाफ स्पिन गेंदबाजी करने से डर रही हैं। मुंबई इंडियंस ने सात गेंदबाजी विकल्पों का इस्तेमाल किया, लेकिन आठवें ओवर के बाद अपने स्पिनरों को गेंदबाजी नहीं दी। सिमंस ने कहा, ‘जब वह (दुबे) बल्लेबाजी के लिए मैदान पर जाते हैं तो स्पिनरों की जमकर धुनाई करते हैं और वे तेज गेंदबाजों की भी पिटाई करते हैं। वह स्पिनरों पर अधिक प्रभावी हैं।
उन्होंने कहा, ‘यह इस पर निर्भर करता है कि आप मैच पर कैसे नियंत्रण रखते हो और दुबे जैसा खिलाड़ी इसे नियंत्रित कर सकता है क्योंकि वे दुबे के सामने स्पिन गेंदबाजी नहीं करा सकते। विपक्षी टीम स्पिन गेंदबाजी कराना ही नहीं चाहती। वे डरते हैं। दुबे के तेज गेंदबाजी के खिलाफ प्रभावी होने की के बाद वह और अधिक खतरनाक हो गए हैं। सिमंस ने कहा- दुबे ने एक्स्ट्रा कवर पर कवर ड्राइव मारा। उन्होंने पूरी ताकत से नहीं बल्कि बैट की ताकत से यह शॉट खेला। मुझे नहीं लगता कि लोग उनकी टाइमिंग की सराहना करते हैं जिसके साथ वह गेंदों को हिट करते हैं। उनके पास काफी ताकत है, लेकिन उनकी टाइमिंग भी शानदार है।
सिमंस ने कहा कि सीएसके की फिलॉसफी खिलाड़ियों को ‘कोशिश करने देने और असफल होने के बाद भी सुरक्षा देने’ की है। सीएसके टीम मैनेजमेंट खिलाड़ियों को खुलकर खेलने की अनुमति देता है और इससे खिलाड़ियों की छुपी हुई प्रतिभा को बाहर लाने में मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि शिवम दुबे और शार्दुल ठाकुर जैसे खिलाड़ियों की सफलता के पीछे भी यही राज है। सिमंस ने मथीशा पथिराना की भी जमकर तारीफ की। पथिराना ने चार विकेट लेकर मैच पलट दिया था।
सिमंस ने कहा कि श्रीलंकाई गेंदबाज की खुद के लिए चीजों को ठीक करने की क्षमता एक ऐसा गुण है जो उन्हें सफलता दिलाता है। उन्होंने कहा, ‘विकेट बोनस है, लेकिन उन्होंने सटीक लाइन लेंथ से गेंदबाजी की। कई बार आप सही गेंदबाजी करते हो, लेकिन विकेट नहीं मिलते। मैं पथिराना को एक लक्ष्य देता हूं और वह उसे पूरा करने की कोशिश करते हैं। वह खुद पर मेहनत करने की कोशिश करते हैं। वह अपनी तकनीक पर खुद काम करते हैं। मैं उन्हें दस्ताने को निशाना बनाने का लक्ष्य देता हूं। मैं उन्हें पिच के निचले हिस्से को हिट करने का एक लक्ष्य देता हूं। वह लक्ष्य को हिट करते हैं।’ चेन्नई का अब मुकाबला 19 अप्रैल को इकाना में लखनऊ सुपर जाएंट्स से है।
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