नई दिल्ली: भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को 50 किलोग्राम वर्ग में कुश्ती के फाइनल मैच से पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया. इसके बाद विनेश को डिहाइड्रेशन की वजह से अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. भारतीय ओलंपिक संघ की अध्यक्ष पीटी उषा ने विनेश से अस्पताल में जाकर मुलाकात की है.
विनेश फोगाट से मिलने के बाद पीटी उषा ने कहा, “विनेश की अयोग्यता बहुत चौंकाने वाली है. मैं कुछ समय पहले ओलंपिक गांव पॉलीक्लिनिक में विनेश से मिली थी और उन्हें भारतीय ओलंपिक संघ, सरकार और पूरे देश के समर्थन का आश्वासन दिया. हम विनेश को सभी मेडिकल और भावनात्मक मदद उपलब्ध कर रहे हैं. भारतीय कुश्ती महासंघ ने यूडब्ल्यूडब्ल्यू से अपनी आपत्ति दर्ज कराई है और यह इसका यथासंभव मजबूत तरीका है. मैं विनेश की चिकित्सा टीम की ओर से किए गए अथक प्रयास के बारे में जानती हूं. उन्होंने पूरी रात विनेश फोगाट के लिए मेहनत की, जिससे वह प्रतियोगिता की आवश्यकताओं को पूरा कर सके.”
भारतीय प्रतिनिधिमंडल में आईओए अध्यक्ष पीटी उषा और भारत के मुख्य मिशन गगन नारंग शामिल हैं, जो जल्द ही यूडब्ल्यूडब्ल्यू अध्यक्ष से मुलाकात करेंगे. जिसके बाद डब्ल्यूएफआई ने शिकायत दर्ज कराई है. पीटी ऊषा ने आगे कहा कि भारतीय कुश्ती महासंघ ने यूडब्ल्यूडब्ल्यू से विनेश को अयोग्य घोषित करने के फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील की है. साथ ही आईओए इस पर यथासंभव सख्त कार्रवाई कर रहा हैं. मुझे विनेश, डॉ. दिनशॉ पारदीवाला के नेतृत्व वाली मेडिकल टीम और शेफ-डी-मिशन गगन नारंग द्वारा रात भर किए गए अथक प्रयासों की जानकारी है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वह प्रतियोगिता की जरूरतों को पूरा कर सके.
इस दौरान चीफ मेडिकल ऑफिसर डॉ. दिनशॉ पारदीवाला ने कहा कि पहलवान आमतौर पर अपने प्राकृतिक वजन से कम वजन वेट में भाग लेते हैं. इससे उन्हें फायदा होता है. क्योंकि वे कम मजबूत प्रतिद्वंद्वियों से मुकाबला कर रहे होते हैं. ऐसे में वजन घटाने की प्रक्रिया में सुबह के वजन तक व्यायाम और सॉना से पसीना आने के साथ-साथ भोजन और पानी की काउंटिंग शामिल होती है.
चीफ मेडिकल ऑफिसर ने बताया कि विनेश फोगाट के कोच ने वजन घटाने की सामान्य प्रक्रिया शुरू की. . उन्होंने कहा कि विनेश के पास 3 मुकाबले थे. इसलिए, विनेश को थोड़ी मात्रा में पानी दिया जाना था. ऐसे में भाग लेने के बाद उसका वजन बढ़ा हुआ पाया गया. हालांकि, विनेश का वजन उसके 50 किलोग्राम वजन कैटागिरी से 100 ग्राम ज्यादा हो गया. जिसके चलते विनेश को अयोग्य घोषित कर दिया गया. इस दौरान उसके बाल काटने सहित सभी संभव कठोर उपाय किए गए. हालांकि, उसका वजन 50 किलोग्राम से कम नहीं था.
डॉ. दिनशॉ पारदीवाला ने कहा कि एहतियात के तौर पर विनेश के डिहाइड्रेशन को रोकने के लिए अयोग्यता के बाद IV फ्लूइड दिए गए. हम यह सुनिश्चित करने के लिए स्थानीय अस्पताल में ब्लड सैंपल भी करवा रहे हैं कि सब ठीक है. इस पूरी प्रक्रिया के दौरान विनेश के सभी पैरामीटर सामान्य थे, और वह पूरी तरह से स्वस्थ महसूस कर रही है.
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