इंदौर। पिछले दिनों खजराना गणेश मंदिर से भी प्रसाद के नमूने जांच के लिए लिए गए थे, उनकी भी जांच रिपोर्ट लम्बित है। उसी तरह लगभग इंदौर जिले के खाद्य प्रतिष्ठानों, होटलों, रेस्टोरेंट और अन्य स्थानों से लिए गए 400 नमूनों की रिपोर्ट मिलना है। भोपाल स्थित प्रयोगशाला में प्रदेशभर से नमूने जांच के लिए आते हैं और त्योहारों पर इनकी संख्या कई गुना बढ़ जाती है।
नियम तो यह है कि किसी भी खाद्य पदार्थ के नमूने लेने के बाद 14 दिन में उसकी जांच रिपोर्ट प्राप्त हो जाना चाहिए। मगर कई नमूनों की जांच रिपोर्ट तो जल्द मिल जाती है, मगर जब अधिक संख्या में नमूने जांच के लिए भोपाल स्थित प्रयोगशाला में पहुंच जाते हैं तो फिर विलंब होता है। अभी लगभग इंदौर जिले के ही 400 खाद्य पदार्थों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है। दूसरी तरफ खाद्य एवं औषधि प्रशासन के दफ्तर में जब्त किए गए खाद्य पदार्थों को रखनेकी भी जगह नहीं बची है, जहां पर बड़ी मात्रा में खाद्य, तेल, घी सहित अन्य पदार्थ भरे पड़े हैं। मांगलिया स्थित तलावलीचांदा में अत्याधुनिक ड्रग और फूड लैब भी तैयार हो गई है, जहां पर आवश्यक उपकरण भी प्रयोगशाला के लिए आ चुके हैं, मगर स्टाफ की नियुक्ति के साथ ही इस लैब को भी उद्घाटन का इंतजार है। जब यह लैब शुरू हो जाएगी तो फिर भोपाल नमूनों को जांच के लिए नहीं भेजना पड़ेगा, बल्कि इंदौर-उज्जैन संभाग के 15 जिलों के खाद्य और ड्रग यानी नमूनों की जांच भी इसी तरह हो जाएगी।
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