उज्जैन। सप्त ऋषियों की मूर्तियाँ टूटने के बाद सरकार की बदनामी हुई और विपक्ष ने मुद्दा बनाया। इसके बाद सतर्कता बरती जा रही है और हर मूर्ति की जाँच विशेषज्ञ करेंगे।
पिछले दिनों तेज अंधड़ चलने के कारण महाकाल लोक की सप्त ऋषि की मूर्तियां गिर गई थी और इसका बवाल पूरे देश भर में मचा और राजनीतिक मुद्दा भी बना है इसी बीच महाकाल लोक की सप्त ऋषि की मूर्तियां नई बनाई जा रही है। कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया नई मूर्तियां बनाने में स्मार्ट सिटी का एक भी रुपया खर्च नहीं हो रहा है। ठेकेदार से परफॉर्मेंस गारंटी के अंतर्गत यह मूर्तियां बनवाई जा रही हैं और देश के सर्वश्रेष्ठ मूर्ति कारों की देखरेख में मूर्तियां तैयार करवाई जा रही है और मजबूती का विशेष ध्यान रखा जा रहा है वहीं मूर्ति गिरने की इस घटना के बाद अब विशेषज्ञों की टीम महाकाल लोक की हर मूर्ति की मजबूती की जांच कर रहे हैं।
इस जांच में वह देख रहे हैं कि इस मूर्ति को स्थापित कितनी मजबूती से किया गया है और इसमें कोई कमी है तो उसे और मजबूत कैसे बनाया जा सकता है, इस पर काम किया जा रहा है। आने वाले दिनों में जब तेज हवा चले तो कोई मूर्ति गिरे नहीं इसको ध्यान में रखते हुए यह काम किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि महाकाल लोक में सप्त ऋषियों के अलावा और भी कई देवी-देवताओं जिनमें भगवान भगवान गणेश, कार्तिकेय, शिव भक्त रावण, पार्वती माता, लक्ष्मी माता, शिव बारात एवं अन्य कई प्रतिमाएं लगी हुई हैं। इन सभी की मजबूती की जांच की जा रही है। पूर्व में सप्त ऋषियों की मूर्ति 48 लाख-लाख रुपए में बनी थी लेकिन अब ऐसे बनाने में पूरा खर्च ठेकेदार उठा रहा है सरकार का कोई पैसा नहीं लग रहा है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved