इंदौर। मां अहिल्या पोस्ट कोविड रिहेबिलिटेशन एवं रिकवरी सेंटर पर अब तक ब्लैक फंगस के 2277 लोगों की जांच की जा चुकी है। प्रतिदिन यहां लगभग 100 से ज्यादा मरीज पहुंच रहे हैं। कुछ लोगों को जांच के लिए एडमिट भी किया जाता है।
राधास्वामी सत्संग परिसर में कोविड केयर सेंटर के बाद पोस्ट कोविड सेंटर में भी लोग प्रतिदिन जांच कराने पहुंच रहे हैं। सेंटर के नोडल अधिकारी डॉ. अनिल डोंगरे ने बताया कि यहां लोगों की विभिन्न प्रकार की जांच की जा रही है। कोविड कंट्रोल रूम से कोविड से ठीक हुए मरीजों को फोन पर ब्लैक फंगस के लक्षण पूछे जाते हैं। यदि कोई व्यक्ति लक्षण बताता है तो उसे आरआरटी टीमों द्वारा पोस्ट कोविड सेंटर भेजा जाता है, जहां उनका जनरल एक्जामिनेशन, पैथालॉजी जांच, साइकियाट्रिस्ट जांच, आई चैकअप, ईसीजी, कार्डिक, डेंटल, एंडोस्कोपी व ईएनटी जांच, कलर ड्राप्लर की जांच की जा रही है। यदि किसी व्यक्ति में कोई हलके लक्षण पाए जाते हैं तो उसे अस्पताल रैफर किया जाता है। कल 134 लोगों की जांच की गई। अब तक 2277 लोगों की जांच यहां की जा चुकी है। कल 12 लोगों को दिनभर के लिए रखा गया और शाम को उनकी पूरी जांच के बाद छुट्टी भी दे दी गई। कोविड सेंटर में भी अब कुछ ही लोग शेष हैं।
दो दिन में ही 45 सर्जरी हुई
एमवाय अस्पताल में भर्ती ब्लैक फंगस के मरीजों की सर्जरी की संख्या लगातार बढ़ रही है। जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल समाप्त होने के बाद दो दिन में ही 45 सर्जरी हो गईं। अब तक 313 लोगों की सर्जरी हो चुकी है, जिसमें आंख, दांत, कान, नाक, गले के संक्रमित मरीज भी हैं। कई मरीज दांत और नाक में फंगस की शिकायत लेकर आ रहे हैं। लगातार मरीजों की एंडोस्कोपी भी हो रही है। कल 51 लोगों की हुई और अब तक 560 मरीजों की एंडोस्कोपी हो चुकी है। कल 16 मरीजों को डिस्चार्ज भी किया गया, वहीं 5 मरीज भर्ती भी हुए हैं। कल 2749 इंजेक्शन मरीजों को उपलब्ध कराए गए।
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