प्रयागराज: यूपी की बहुचर्चित महिला पीसीएस अधिकारी ज्योति मौर्या पर लगे करोड़ों के लेनदेन के आरोपों की जांच तेज हो गई है. शासन की तरफ से बैठाई गई तीन सदस्यीय जांच कमेटी ने ज्योति मौर्या को एक और नोटिस भेजकर संपत्ति का ब्यौरा देने को कहा गया है. जांंच टीम ने प्रयागराज समेत अन्य संपत्तियों का नोटिस में ब्यौरा मांगा. साथ ही ज्योति मौर्या से जांच में सहयोग करने को कहा गया है, बता दें कि अगले हफ्ते तीन सदस्यीय जांच टीम के समक्ष ज्योति मौर्या और आलोक का बयान होगा दर्ज.
महिला मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में और वीडियोग्राफी के बीच बयान दर्ज कराने की तैयारी की गई है. पति आलोक से भी संबंधित दस्तावेज मांगे गए हैं. गौरतलब है कि पति आलोक मौर्या ने आरोप लगाया है कि पीसीएस अफसर बनने के बाद जयोति मौर्या ने भ्रष्टाचार कर करोड़ों की संपत्ति अर्जित की. आलोक मौर्य ने पद के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार की शिकायत में 32 पन्ने की एक डायरी भी सौंपी है.
आलोक मौर्या ने पत्नी ज्योति मौर्या पर होमगार्ड कमांडेंट मनीष दुबे से अवैध संबंध का भी आरोप लगाया है. दूसरी तरफ ज्योति मौर्य ने धूमनगंज थाने में पति और ससुराल वालों पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया है. आलोक मौर्या ने जो डायरी सौंपी है उसमें लाखों के लेनदेन का ब्यौरा दर्ज है. जांच कमेटी के सदस्य ने लखनऊ के कुछ कार्यालयों से भी दस्तावेज़ जुटाए हैं. 15 दिनों के अंदर कमेटी को मामले की जांच पूरी करना है.
जांच में दोषी पाए जाने पर ज्योति मौर्य की बर्खास्तगी भी हो सकती है. हालांकि जांच कमेटी की संस्तुति के बाद शासन ही बर्खास्तगी कर सकता है. शासन के निर्देश पर मंडलायुक्त प्रयागराज विजय विश्वास पंत ने गठित तीन सदस्यीय जांच कमेटी की है. प्रयागराज मंडल के एडिशनल कमिश्नर प्रशासन अमृतलाल बिंद को जांच कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है. प्रयागराज के एडीएम प्रशासन हर्ष देव पांडेय और एडिशनल सिटी मजिस्ट्रेट जयदीप कौर इस कमेटी की सदस्य हैं.
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved