नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) को निलंबित करने की अंतिम चेतावनी जारी कर दी। आईओसी की कार्यकारी बोर्ड की बृहस्पतिवार को लुसान में हुई बैठक में फैसला लिया गया कि अगर आईओए ने इस वर्ष दिसंबर तक अपने विवादों को नहीं सुलझाया और नए सिरे से चुनाव नहीं कराए तो उसे हर हाल में निलंबित कर दिया जाएगा।
ऐसी स्थिति में भारतीय एथलीट ओलंपिक समेत किसी भी अंतरराष्ट्रीय आयोजन में तिरंगे के तले नहीं खेल पाएंगे। यही नहीं आईओसी ने अगले वर्ष मुंबई में होने वाले आईओसी सत्र को भारत से छीनने की भी धमकी दे दी है। उसने अगले वर्ष मई में होने वाले इस सत्र को चार के लिए आगे बढ़ा दिया है।
अंतरिम अध्यक्ष मानने से इंकार, महासचिव को दीं शक्तियां
यही नहीं आईओसी ने आईओए के अंतरिम अध्यक्ष या कार्यवाहक अध्यक्ष को मानने से इंकार करते हुए सारी शक्तियां महासचिव राजीव मेहता को सौंप दी हैं। इस वक्त अनिल खन्ना आईओए के कार्यवाहक अध्यक्ष हैं।
आईओसी के निदेशक जेम्स मैक्लियोड की ओर से राजीव मेहता को लिखे गए पत्र में कहा गया कि आईओए के मामलों की बोर्ड बैठक में की समीक्षा के आधार पर फैसला लिया गया है कि अगर आईओए ने दिसंबर में होने वाली आईओसी की अगली बोर्ड बैठक तक ओलंपिक चार्टर के अनुसार चुनाव नहीं कराए तो उसे हर हाल में निलंबित किया जाएगा।
उसकी आईओसी से आर्थिक मदद भी रोक दी जाएगी। आईओसी ने आईओए के चुनाव कराने और अन्य मुद्दों को सुलझाने के लिए अगले माह लुसान में सभी पक्षों के साथ बैठक करने को कहा है। इस संबंध में आईओसी ने 27 सितंबर को लुसान में ही आईओए के साथ संयुक्त बैठक रखी है। आईओसी इससे पहले आईओए को 2012-13 में भी प्रतिबंधित कर चुका है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved