इस्लामाबाद: पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह (Rana Sanaullah) ने रविवार को कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अपनी विस्तारित फंड सुविधा के तहत 6 अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज के लिए किश्त जारी नहीं की. IMF के बारे में एक सवाल के जवाब में सनाउल्लाह ने कहा कि सरकार ने उन शर्तों को स्वीकार कर लिया है जिसके पक्ष में हम नहीं थे. उन्होंने कहा कि IMF ने मुल्क को अपनी उंगलियों पर नचाया लेकिन किश्त जारी नहीं की.
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय ऋणदाता से बिना किसी देरी के किश्त जारी करने का आग्रह किया ताकि देश खुद को मुश्किल दौर से बाहर निकाल सके. सनाउल्लाह के मुताबिक पाकिस्तान इस समय अपनी अर्थव्यवस्था के मामले में मुश्किल हालात से गुजर रहा है. उन्होंने कहा, ‘देश की खातिर हमें कठिन फैसले लेने पड़ते हैं, जिससे देश बेहतरी की ओर बढ़ रहा है.’
सनाउल्लाह ने पिछली सरकार का जिक्र करते हुए कहा कि पहले देश पर एक ऐसे समूह का शासन था जिसने बदला लेने के अलावा कुछ नहीं किया. इस बीच, पाकिस्तान ने अपने विदेशी मुद्रा भंडार को बनाए रखने, पिछले ऋणों को चुकाने और चालू खाता घाटे के वित्त के लिए चालू वित्त वर्ष में अंतरराष्ट्रीय ऋणदाताओं से 5.5 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपये (PKR) उधार लेने की योजना बनाई है.
इससे पहले, 2022-23 के वार्षिक बजट में, पाकिस्तान सरकार ने अनुमान लगाया था कि वे अंतरराष्ट्रीय स्रोतों से केवल 3.17 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपये ही उधार लेंगे. हालांकि, बजट में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF), सऊदी अरब और SAFE चीन जमा, पाकिस्तानी का जिक्र नहीं था. बता दें कि यह नई उधारी सरकार के पिछले अनुमानों से 74 फीसदी ज्यादा होगी. संशोधन के बाद, 2022-23 के लिए अनुमानित 5.503 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपयों के बाहरी संसाधन 2021-22 के लिए शुरुआती 2.7 ट्रिलियन पाकिस्तानी रुपयों बजट की तुलना में 200 प्रतिशत से अधिक हैं.
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