नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) (Employees Provident Fund (EPF)) पर प्रस्तावित 8.1 फीसदी ब्याज दर (Proposed 8.1 percent interest rate) को अन्य छोटी बचत योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज दरों से बेहतर बताया है।
निर्मला सीतारमण ने सोमवार को राज्यसभा में विनियोग विधेयक पर हुई चर्चा के जवाब में कहा कि कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) का केंद्रीय बोर्ड भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर का फैसला करता है। केंद्रीय बोर्ड ने ही वित्त वर्ष 2021-22 के लिए ईपीएफ पर मिलने वाले ब्याज दर को घटाकर 8.1 फीसदी रखने का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने कहा कि ब्याज दर में संशोधन मौजूदा वक्त की वास्तविकताओं पर आधारित है।
सीतारमण ने कहा कि ईपीएफओ ने ईफीएफ पर ब्याज दर 8.1 फीसदी रखने का प्रस्ताव किया है, जबकि सुकन्या समृद्धि योजना (7.6 फीसदी), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (7.4 फीसदी) और पीपीएफ (7.1 फीसदी) सहित अन्य योजनाओं पर मिलने वाली ब्याज दर से ज्यादा है। बता दें कि ईपीएफओ का प्रस्तावित ब्याज दर बीते चार दशक से भी ज्यादा समय में सबसे कम है, जबकि वित्त वर्ष 2020-21 में ब्याज दर 8.5 फीसदी थी। (एजेंसी, हि.स.)
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