भोपाल! पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी (Director General Vivek Johri) के निर्देश पर नर्मदापुरम संभाग के पुलिस महानिरीक्षक दीपिका सूरी (Inspector General of Police Deepika Suri) के निर्देशन में कार चोरी के संबंध में अक्टूबर में एसआईटी (SIT) गठित की गई। इसमें पुलिस अधीक्षक हरदा मनीष कुमार अग्रवाल एवं नर्मदापुरम पुलिस अधीक्षक गुरूकरण सिंह समेत निरीक्षक से आरक्षक श्रेणी के अधिकारी/कर्मचारी सम्मिलित थे। जिन्होंने पृथक-पृथक राज्यों से अंतर्राज्यीय वाहन चोरी करने वाले दो गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है। इस गिरोह से पुलिस ने करीब तीन करोड़ रुपये कीमत के 25 चार पहिया वाहन सहित चोरी करने में उपयोग आने वाली डिवाईस जप्त की है। इस दौरान पुलिस ने दोनों गिरोह के 14 आरोपितों को चार राज्यों से गिरफ्तार किया है।
पुलिस दल को इस दौरान आरोपी कमल के बारे में जानकारी मिली थी कि वह वाहन चोरी के पुराने मामलों का भी आरोपी रहा है। एसआईटी द्वारा कमल से पूछताछ की गई तो उसने कन्नौद खातेगांव, सिवनी मालवा, पिपरिया ओब्दुल्लागंज एवं ईटारसी से वाहन चोरी करके ड्रायवर के माध्यम से बनारस में मिथलेश नामक व्यक्ति को तथा भुवनेश्वर (ओड़िसा) में अब्दुल शकूर को बेचना कबूल किया। इसके आधार पर एसआईटी चंदोली पुलिस थाना क्षेत्र में स्थानीय पुलिस की मदद से मिथलेश कुमार मोर्य पिता फूलचंद मोर्य निवासी चॉकघाट वाराणसी (उत्तरप्रदेश) को हिरासत में लिया तथा पूछताछ की। जिसमें उसने कमल धाकड़ से चोरी की गाड़ी खरीदकर बेचना स्वीकार किया। इसके बाद मिथलेश की निशानदेही पर एसआईटी ने स्थानीय पुलिस की मदद से उसके पास से आठ वाहन जप्त किये। एसआईटी द्वारा आरोपी कमल धाकड़ की निशादेही पर उसके घर ग्राम उदयपन तथा भोपाल वाले घर से दो वाहन जप्त किए गए, साथ ही मिथलेश द्वारा बेचा गया एक वाहन जो कन्नौद से चोरी हुआ था, सैदपुर उत्तरप्रदेश से जप्त किया गया।
आरोपित कमल से मिली जानकारी के आधार पर एसआईटी ने स्थानीय पुलिस की मदद से ओड़िसा के भुवनेश्वर पहुंचकर 01 वाहन अब्दुल शकूर से जप्त किया। उक्त वाहन की चोरी का अपराध विदिशा जिले के थाना गुलाबगंज में दर्ज है।
एसआईटी ने
बिहार से 11 वाहन जप्त किये हैं, इसकी शुरुआत हरदा में वाहन बेंचने आये आरोपी की गिरफ्तारी से शुरू हुई। पुलिस को मुखबिर के माध्यम से जानकारी मिली की 11 फरवरी 2022 को पटना का अमितेश उर्फ मोनू नामक व्यक्ति हरदा के रेलवे स्टेशन पर चोरी का एक चार पहिया वाहन बेचने आया है। पुलिस ने तत्काल घेराबंदी करके आरोपी को काले रंग की क्रेटा के साथ गिरफ्तार किया। हरदा सिटी कोतवाली ने इस मामले में धारा 411, 413 भादवि का अपराध दर्ज किया। आरोपी से पूछताछ करने पर बताया कि वह चोरी की गाड़ियों को बेचने का काम करता है। मुझे यह चोरी की गाडियां ग्वालियर वाले अजय शर्मा और उसके अन्य साथी ड्राईवरों के माध्यम से भिजवाते थे, जिनकी नम्बर प्लेट बदलने के लिए उसी कलर और उसी कम्पनी के वाहन को तलाशते थे। उसके बाद हम चोरी के वाहन पर नंबर प्लेट बदल लेते थे। मोनू ने बताया कि दो चोरी के वाहन उसने इटारसी स्टेशन पर बेंचने के लिए खड़े करे हैं तथा अन्य चोरी के वाहन उसने छोटू निवासी पटना, हनीसिंह निवासी पटना, बंटी निवासी मुज्जफरपुर और सोहेल निवासी जमशेदपुर को बेचना बताया। उक्त सूचना पर एसआईटी द्वारा ईटारसी स्टेशन से 02 वाहन तथा उपरोक्त व्यक्तियों से विभिन्न स्थानों पर दबिश देकर 07 वाहन जप्त किए। मामले में फरार अजय शर्मा (गाड़ी चुराने वाला) को शिवपुरी के पास हाईवे से हिरासत में लिया गया। जिसके कब्जे से 01 वाहन चोरी का जप्त किया गया तथा उसके साथी ज्ञानी गुप्ता से भी एक वाहन जप्त किया गया।
एसआईटी द्वारा उपरोक्त दोनों गिरोह से कुल 25 वाहन जब्त किए गए। जिनकी कीमत लगभग 03 करोड़ रूपए है। साथ ही गाड़ी चोरी करने वाले, चोरी की गाड़ी खरीदने वाले और अन्य सहयोगियों सहित दोनों गिरोह के कुल 14 आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
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