डेस्क: आपने कभी नोटिस किया कि जब आप ऑनलाइन कुछ सर्च करते हैं तो बाद में उससे जुड़े एड भी दिखने लगते हैं. मान लीजिए आपने स्मार्टवॉच के बारे में सर्च किया तो इंटरनेट पर स्मार्टवॉच से जुड़े एड की भरमार हो जाती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब आप कुछ सर्च करते हैं तो एड वेबसाइट्स की नजर उस पर रहती है. कुकीज के जरिए के जरिए वो आपकी एक्टिविटी को ट्रैक करती हैं, और फिर एड दिखाती हैं. मगर गूगल ने इससे निपटने के लिए अगले साल से थर्ड पार्टी कुकीज को बंद करने का फैसला किया है.
गूगल ने ऐलान किया कि 4 जनवरी 2024 से थर्ड पार्टी कुकीज को सपोर्ट नहीं मिलेगी. करीब 1 फीसदी यानी 3 करोड़ क्रोम डेस्कटॉप यूजर्स के लिए इस सपोर्ट को बंद किया जाएगा. थर्ड पार्टी कुकीज वे कुकीज हैं जो किसी दूसरी साइट से आती हैं जिसे आप देख रहे हैं. उदाहरण के लिए जब आप किसी वेबसाइट पर जाते हैं तो वहां एड दिखते हैं.
एडवर्टाइजर्स उस वेबसाइट पर थर्ड पार्टी कुकीज सेट कर सकते हैं. ये कुकीज आपके ब्राउजर में रहती हैं और जब आप दूसरी वेबसाइट्स पर जाते हैं तो भी आपके बारे में जानकारी इकट्ठा कर सकती हैं.
थर्ड पार्टी कुकीज बंद करने से क्या होगा?
जब गूगल थर्ड पार्टी कुकीज के इस्तेमाल को बंद कर देगा तो एड साइट्स ये काम नहीं कर पाएंगी-
गूगल के ऐलान से आपको मिलेंगे ये फायदे
गूगल का ऐलान एक जरूरी कदम है जो यूजर्स की प्राइवेसी और सिक्योरिटी को बेहतर बनाने में मदद करेगा. हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि थर्ड पार्टी कुकीज का इस्तेमाल करके यूजर्स की प्राइवेसी और सिक्योरिटी को बेहतर बनाने के लिए दूसरे तरीकों की भी जरूरत है. उदाहरण के लिए यूजर्स को अपने ब्राउजर में थर्ड पार्टी कुकीज को डिसेबल यानी बंद कर देना चाहिए.
क्या एड दिखना बंद हो जाएंगे?
गूगल दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है जिसका मेन बिजनेस एडवर्टाइजमेंट है. अब अगर लोगों की ऑनलाइन ट्रैकिंग को बंद कर दिया जाएगा, तो उनकी पसंद-नापसंद के बारे में कैसे पता चलेगा. इसलिए ध्यान रहे कि थर्ड पार्टी कुकीज को बंद करने से इंटरनेट पर एड दिखने बंद नहीं हो जाएंगे.
पहले से ही कई एडवर्टाइजर्स फर्स्ट पार्टी कुकीज या दूसरी एडवर्टाइजिंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं जो थर्ड पार्टी कुकीज पर निर्भर नहीं करती हैं.
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