इंदौर। शहर की चर्चित गृह निर्माण संस्थाओं (Famous house building institutions) में अब एक-एक कर भूखंड पीडि़तों (plot victims) का ही संचालक मंडल प्रशासन (board of directors) गठित करवा रहा है। वर्षों से इन संस्थाओं पर भूमाफियाओं (Land Mafia) के मोहरों का ही कब्जा रहा है, जो जमीनों की अफरा-तफरी करते रहे। अयोध्यापुरी और श्री महालक्ष्मी (Mahalaxmi) के पीडि़तों को कब्जा दिलवाने के साथ ही देवी अहिल्या श्रमिक कामगार संस्था (Devi Ahilya Shramik Kamgar Sanstha) के संचालक मंडल के चुनाव भी अभी 3 अक्टूबर को घोषित करवाए गए। मगर निर्विरोध निर्वाचन की स्थिति बन गई।
बीते 20 सालों से इंदौर की कई गृह निर्माण संस्थाएं माफियाओं के चंगुल में रही है। पुराने संचालक मंडल को हटाकर इन माफियाओं ने अपने रिश्तेदार, भाई, साले से लेकर गुर्गों को अध्यक्ष सहित अन्य पदों पर बैठाया और भरपूर मनमानी करते हुए पीडि़तों के भूखंडों की अफरा-तफरी कर दी। संस्थाओं की जमीनें अन्य जेबी संस्थाओं (JB Sanstha) में ट्रांसफर करने के अलावा रजिस्ट्री (Registry) किए हुए भूखंडों की जमीनें भी बड़े-बड़े टुकड़ों में रसूखदारों को बेच दी गई। इन जमीनों को सरेंडर करवाने की प्रक्रिया भी लगातार जारी है। कलेक्टर मनीष सिंह की सख्ती के चलते पहली बार जहां जमीनें सरेंडर हो रही है, वहीं मौके पर पीडि़तों को भूखंडों भी लगातार दिए जा रहे हैं। अयोध्यापुरी, पुष्प विहार, श्री महालक्ष्मी नगर से लेकर अब राजगृही में भी कब्जे दिलवाए जाना है। देवी अहिल्या में 11 पदाधिकारी मनोनित होता है और कल 10 उम्मीदवार ही रह गए। लिहाजा अपर कलेक्टर डॉ. अभय बेड़ेकर (Abhay Bedekar) के मुताबिक निर्विरोध निर्वाचन हो गए हैं। अब अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का चुनाव 7 अक्टूबर (october) को करवा लिया जाएगा।
मद्दा के नाम पर धमकाया एफआईआर हुई दर्ज
भगोड़े भूमाफिया दीपक मद्दा की जहां पुलिस को तलाश है, वहीं उसके नाम पर अयोध्यापुरी के प्लॉट नम्बर 167 के आबंटिती मृगेन्द्र सिंह को कुछ लोगों ने तीन दिन पहले धमकाया। उनके भूखंड पर पहुंचे इन अज्ञात लोगों ने गालियां बकते हुए दोबारा यहां नजर न आने की चेतावनी देते हुए कहा कि यह दीपक मद्दे की कालोनी है, जिस पर थाना एमआईजी ने इस शिकायत पर धारा 294, 506 के तहत एफआईआर दर्ज कर प्रकरण को विवेचना में ले लिया है। शिकायत में कहा गया कि धमकाने वाले दीपक मद्दा के आदमी हैं, जिसके कारण मैं भयभीत हूं और जान का खतरा भी है। धमकाने वालों को पहचान भी सकता हूं।
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