इंदौर। मध्यप्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा पूर्व में कराए गए मैचों में भी ऑनलाइन टिकट बुकिंग के फर्जीवाड़े सामने आए, तो अभी पिछले दिनों 12 जनवरी को फिर इसी तरह की स्थिति निर्मित हुई और 5 मिनट में 6260 टिकट बुक होना बताए गए। हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका के मद्देनजर टिकटों की बिक्री का पूरा ब्योरा मांगा गया था, मगर हाईकोर्ट में कल प्रस्तुत किए जवाब में 495 टिकट बिक्री के ही रिकॉर्ड सादे कागज पर टाइप करवाकर सचिव के शपथ-पत्र के साथ जमा करवा दिए। अब आज इस मामले में सुनवाई होना है। एमपीसीए के खिलाफ पैरवी के लिए जबलपुर के सीनियर एडव्होकेट ब्रायन डिसिल्वा हाईकोर्ट में तथ्य रखेंगे।
अग्निबाण लगातार एमपीसीए के घोटालों और टिकटों की कालाबाजारी के समाचार हर मैच के दौरान प्रकाशित करता रहा है। चंद सेकंडों में ही ऑनलाइन टिकटें बेचना बता दी जाती है और पिछले दरवाजे से रसूखदारों को ये टिकटें मिल जाती हैं और फिर कालाबाजारी की जाती है। अभी कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव राकेशसिंह यादव ने हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर एमपीसीए पर टिकट कालाबाजारी सहित अन्य आरोप लगाए। पिछली सुनवाई में हाईकोर्ट में अभी होने वाले मैच में टिकटों की ऑनलाइन की गई बिक्री का ब्योरा मांगा था, जो कल 17 जनवरी की तय तारीख को हाईकोर्ट में आधे-अधूरे जवाब के साथ एमपीसीए की ओर से प्रस्तुत किया गया।
हाईकोर्ट ने तीन मिनट में 17 हजार टिकट कैसे बेचे गए, इसका रिकॉर्ड मांगा था और पेटीएम तथा पेटीएम इनसाइडर की टिकट बुकिंग की एक्सेलशीट में बुकिंग कम्पनी के सत्यापन सहित यह जवाब प्रस्तुत किया जाना था। मगर इसकी बजाय एमपीसीए ने लगभग 495 नामों की ऑनलाइन टिकट बुकिंग की जानकारी सादे कागज पर टाइप करके हाईकोर्ट में प्रस्तुत कर दी है। यह जानकारी सचिव संजीव राव के हस्ताक्षर से शपथ-पत्र सहित प्रस्तुत की गई। श्री यादव के मुताबिक आज हाईकोर्ट में इस जवाब पर सुनवाई होगी और उनके पक्ष में पैरवी करने मध्यप्रदेश के वरिष्ठ अधिवक्ता ब्रायन डिसिल्वा इंदौर पहुंच गए हैं। वहीं एमपीसीए की ओर से पैरवी अधिवक्ता अजय बागडिय़ा कर रहे हैं। अब देखना यह है कि हाईकोर्ट इस मामले में क्या दिशा-निर्देश देता है।
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