भोपाल। पदोन्ननति का इंतजार कर रहे प्रदेश पुलिस के निरीक्षक स्तर के अफसरों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें जल्द ही डीएसपी के पद पर काम करने का मौका मिलने जा रहा है। दरअसल इसकी वजह है उन्हें कार्यवाहक डीएसपी बनाकर पदस्थ किया जाना। प्रदेश में अभी दर्जनों डीएसपी के पद रिक्त चल रहे हैं, जिसकी वजह से मैदानी स्तर से लेकर निचले स्तर तक का पर्यवेक्षण का काम प्रभावित हो रहा है। प्रदेश में कार्यवाहक डीएसपी के पदों की संख्या 280 होगी।
सरकार ने अब इन रिक्त पदों को भरने की तैयारी करना शुरू कर दी है। इसके तहत फिलहाल प्रदेश में जल्द ही 130 पुलिस निरीक्षकों को कार्यवाहक डीएसपी बनाने का प्रस्ताव है। पुलिस मुख्यालय द्वारा इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर गृह मंत्रालय को भेजा जा चुका है। प्रस्ताव की मंजूरी मिलते ही कार्यवाहक डीएसपी बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। दरअसल प्रमोशन में आरक्षक का मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित होने के चलते राज्य सरकार ने पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रमोशन देने का रास्ता अधिकारियों को एक ऊपर के पद पर कार्यवाहक के तौर पर पदस्थ करने का निर्णय लिया था। इसी क्रम में इस साल पुलिस मुख्यालय की प्रशासन शाखा ने सीधी भर्ती के खाली पड़े डीएसपी के 130 पदों पर निरीक्षकों को कार्यवाहक डीएसपी बनाने का निर्णय लिया है। इसी निर्णय के पालन के संदर्भ में निरीक्षकों को वन टाइम वाली शर्त पर कार्यवाहक डीएसपी का प्रभार दिए जाने का प्रस्ताव भेजा गया है। निरीक्षक को कार्यवाहक डीएसपी का प्रभार दिए जाने के पहले उनके अब तक के कार्यकाल का रिकॉर्ड को चेक किया जा रहा है। रिकार्ड में संबंधित के विरुद्ध विभागीय जांच, अपराधिक प्रकरण, दंड की जानकारी आदि को देखा जा रहा है। इन निरीक्षकों के कार्यवाहक डीएसपी बनने के बाद पुलिस महकमे में इतनी ही संख्या में उप निरीक्षक से लेकर आरक्षक तक के करीब सवा पांच सौ पुलिस कर्मचारियों के लिए भी बतौर कार्यवाहक एक पद आगे काम करने का मौका मिल सकेगा। इसकी वजह से पदोन्नति के इंतजार में मानसिक रुप से परेशान चल रहे इन पुलिसकर्मियों को कुछ हद तक राहत मिल सकेगी।
पहले 150 निरीक्षक बनाए गए हैं डीएसपी
प्रदेश सरकार द्वारा इसके पहले भी बीते साल जुलाई में करीब 150 निरीक्षकों को कार्यवाहक डीएसपी का प्रभार दिया जा चुका है। इसके बाद अब 130 निरीक्षकों को भी कार्यवाहक डीएसपी बनाए जाने की तैयारी की जा रही है। यह बात अलग है कि इसके बाद भी कुछ डीएसपी के पद रिक्त रह जाएंगे। दरअसल इस साल अगले कुछ माह में कई डीएसपी रिटायर होने वाले हैं। इससे पहले वर्ष 2015-16 में भी वन टाइम कार्यवाहक डीएसपी बनाए गए थे।
कुल 1080 पद हैं
डीएसपी पद पर 50-50 फीसद पदोन्नति और सीधी भर्ती से भरे जाने का नियम है। संख्या के आधार पर हकीकत यह है कि 1080 में से पहले 250 रिक्त चल रहे थे, जिसमें से 150 पदों को बीते साल भरा जा चुका है, जबकि शेष पदों को भरने के लिए अब कवायद की जा रही है। हालांकि पदोन्नत अफसर वेतन और भत्ते के लिए दावा नहीं कर सकेंगे। इसके लिए बना गए नियमों के हिसाब से उन निरीक्षकों को ही कार्यवाहक डीएसपी बनाया जाएगा, जिन्हें कम से कम छह साल तक बतौर निरीक्षक काम करने का अनुभव है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved