ऊधम सिंह नगर: उत्तराखंड के ऊधम सिंह नगर में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर पर बेटी होने पर पत्नी को प्रताड़ित किए जाने का आरोप लगा है. पीड़ित पत्नी का कहना है कि दूसरी बेटी के जन्म के बाद से उसे प्रताड़ित किया जा रहा है. उसके साथ घर में घुसकर मारपीट और जान से मारने की धमकी दी गई. महिला जब शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंची तो उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई. महिला ने एसएसपी से न्याय की गुहार लगाई है.
महिला का आरोप है कि उसके इंस्पेक्टर पति ने उसे पीटने के साथ-साथ गुंडों से भी हमला करवाया. पीड़िता ने एसएसपी से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. उल्टा, एसएसपी ने इसे पारिवारिक मामला बताकर पल्ला झाड़ लिया. महिला के पिता का कहना है कि उनकी बेटी को दो साल से प्रताड़ित किया जा रहा है. उसे जान से मारने की धमकियां दी जा रही हैं.
पीड़ित महिला वेजयन्ती देवी बुधवार दोपहर एसएसपी कार्यालय पहुंची. उन्होंने अपने पति इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार सिंह को अपना पति बताते हुए मीडिया के सामने अपनी आपबीती सुनाई. महिला ने बताया कि उसकी दो बेटियां हैं, पहली 7 साल की और दूसरी ढाई साल की. लेकिन जब से दूसरी बेटी का जन्म हुआ, तब से उसे लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है. महिला ने बताया कि मंगलवार को हद ही हो गई, जब कुछ दबंगों ने उसके घर पर हमला किया. जानलेवा हमला करते हुए गाली-गलौज की गई और पिस्टल से गोली मारने की धमकी दी गई.
महिला का कहना है कि उसने सिडकुल चौकी पुलिस और एसएसपी मणिकांत मिश्रा से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. महिला ने बताया कि उसके पति ने उसके साथ मारपीट की. उसे 20-21 घूंसे मारे गए. जब वह मेडिकल बनवाने के लिए सरकारी अस्पताल पहुंची तो उसके पति ने मेडिकल नहीं होने दिया. महिला के पिता हर्ष बहादुर चंद का कहना है कि उनकी बेटी पिछले दो साल से प्रताड़ित हो रही है. अब तो उसे मरवाने की धमकियां भी दी जा रही हैं. उन्होंने मांग की है कि अनिल सिंह और दारा सिंह ने उनकी बेटी पर हमला किया, उन पर तुरंत कार्रवाई हो.
आरोपों के घेरे में आए इंस्पेक्टर आशुतोष कुमार सिंह उत्तराखंड में निरीक्षक के पद पर तैनात हैं. वे ऊधम सिंह नगर जनपद में काशीपुर कोतवाल, आईटीआई थाना और एसएसपी पेशकार जैसे अहम पदों पर रह चुके हैं. कुछ महीनों पहले ही उनका ट्रांसफर पिथौरागढ़ हुआ था.लेकिन अब उनकी पत्नी ने खुद उनके खिलाफ संगीन आरोप लगाए हैं. महिला का कहना है कि पुलिस विभाग अपने ही अफसर का बचाव कर रहा है. वहीं, एसएसपी इसे पारिवारिक मामला बता रहे हैं.
©2025 Agnibaan , All Rights Reserved