उज्जैन। खेरची दूध विक्रेताओं ने हाल ही में दूध के दाम 2 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए हैं। डेयरी पर दूध अब 54 की बजाए 56 रुपए प्रति लीटर लोगों को खरीदना पड़ रहा है। अच्छी बारिश के बावजूद चारे की कमी का हवाला देकर दूध व्यवसायियों ने मनमानी तरीके से दाम बढ़ा दिए हैं। इसके बाद अब दूध से बने उत्पादों के दाम बढ़ाने की तैयारी है। उल्लेखनीय है कि इस साल 8 महीने में दूध विक्रेताओं ने मनमानी करते हुए तीन बार दूध के दाम बढ़ाए हैं। बारिश के पहले हरी घास की कमी का हवाला देकर भाव बढ़ाए थे। अब दो दिन पहले अच्छी बारिश होने तथा चारों ओर हरियाली छा जाने के बाद भी मनमाने तरीके से खेरची दूध विक्रेताओं ने दूध के दाम 54 की बजाए 56 रुपए प्रति लीटर तक कर दिए हैं। हैरत की बात यह है कि इस साल के 8 महीनों में तीन बार मनमाने तरीके से दूध के दाम बढ़ाए लेकिन दूध व्यवयायियों ने कलेक्टर के नियंत्रण वाली जिला मूल्य निर्धारण समिति की अनुमति लेना तो दूर उनसे पूछा तक नहीं। जिला मूल्यांकन समिति ने भी अभी तक इस पर कोई ऐतराज नहीं किया। ऐसे में आम उपभोक्ताओं को ही दूध के दामों पर 8 महीने में तीसरी बार महंगाई झेलनी पड़ रही है।
10 लाख रुपए रोज की कट रही जेब
शहर में औसतन लगभग 5 लाख लीटर दूध की खपत है। ऐसे में दूध के दाम 2 रुपए प्रति लीटर बढऩे के बाद एक दिन में उपभोक्ताओं को महंगाई का 10 लाख अतिरिक्त चुकाना पड़ रहा है। ऐसे में अब शहर के दूध उपभोक्ताओं को बढ़ाए गए 2 रुपए प्रति लीटर भाव के बाद एक माह में शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं को 3 करोड़ रुपए का अतिरिक्त महंगाई का भार सहना पड़ेगा।
अब उत्पादों पर 10 से 25 रु. बढ़ाएंगे
इधर दूध के दाम बढ़ाने के बाद दूध से बनी मिठाई के अलावा घी, दही, पनीर के दाम भी बढ़ाने की तैयारी डेयरी व्यवसायियों ने कर ली है। उनका कहना है कि दूध के दाम बढऩे के बाद दूध से बनी मिठाइयों से लेकर दही व अन्य उत्पादों के दाम प्रतिकिलो 5 से 25 रुपए तक बढ़ सकते हैं।
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