इन्दौर। आज इंदौर (Indore) से चली पहली वंदे भारत ट्रेन (Vande Bharat) ने एक साल का सफर तय कर लिया है। 27 जून 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने भोपाल (Bhopal) स्टेशन से इंदौर के लिए वंदे भारत ट्रेन को रवाना किया था। हालांकि, अत्यधिक किराए के कारण शुरुआत से इस सेमी हाईस्पीड ट्रेन (semi high speed train) को यात्री नहीं मिले। अक्टूबर-23 में ट्रेन का विस्तार नागपुर तक कर दिया गया।
इस विस्तार के बहुत अच्छे परिणाम मिलने लगे और अब यह ट्रेन घाटे के बजाय रेलवे के लिए फायदे का सौदा साबित होती जा रही है। ज्यादातर दिन इंदौर-नागपुर वंदे भारत ट्रेन की सीट बुक रहती हैं और कभी-कभी तो कम्प्यूटर सीट नॉट एवेलेबल की स्थिति भी बताता है। खासतौर पर त्योहारी सीजन और गर्मियों की छुट्टियों में अक्सर इस ट्रेन में कन्फर्म सीट नहीं मिलती। इंदौर-भोपाल वंदे भारत के नागपुर तक बढऩे से यात्रियों को भोपाल के साथ इटारसी-बैतूल और नागपुर तक आने-जाने के लिए एक और विकल्प मिल गया, जिससे यह ट्रेन सफल हो गई। वैसे भी वंदे भारत की समय सारणी के दौरान और कोई ट्रेन इंदौर-नागपुर के बीच नहीं चलती।
इंदौर-सूरत पहले चलने की उम्मीद
सूत्रों ने बताया कि अगले चरण में इंदौरवासियों को दो और वंदे भारत ट्रेनों की दरकार है। इनमें इंदौर-सूरत (उधना) और इंदौर-जयपुर वंदे भारत ट्रेन शामिल हैं। माना जा रहा है कि अगले दो-तीन महीनों में इंदौर-सूरत वंदे भारत ट्रेन चलाई जा सकती है।
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