इंदौर। निजी स्कूलों की फीस माफी के मामले में अब एक साथ 1 सितंबर को सुनवाई होगी। 26 अगस्त को जो याचिका इन्दौर के एडवोकेट द्वारा लगाई गई थी, उसको भी स्वीकार कर 1 सितंबर की तारीख दे दी गई है। माना जा रहा है कि जो याचिकाएं लगी हैं, उनमें पैरेन्ट्स के लिए कोई राहतभरा आदेश आ सकता है।
फिलहाल तो हर निजी स्कूल में पहली तिमाही किस्त के साथ-साथ अब दूसरी किस्त भी मांगी जा रही है। स्कूल कब खुलेंगे ये तय नहीं है, लेकिन पालकों का कहना है कि जिस तरह से स्कूल में पढ़ाई करवाई जा रही है, उससे पूरी फीस नहीं ली जा सकती। इसी को लेकर जागो पालक जागो संगठन के एडवोकेट चंचल गुप्ता द्वारा एक याचिका लगाई गई थी, जिसे 26 अगस्त को सुना जाना था। जबलपुर हाईकोर्ट में लगाई गई इस याचिका को स्वीकार तो कर लिया गया है, लेकिन इसे अब फीस संबंधी अन्य याचिकाओं के साथ ही सुना जाएगा। गुप्ता ने बताया कि हमने याचिका में मांग की है कि ट्यूशन फीस में जो अन्य शुल्क है, उसे नहीं वसूला जाए, वहीं फीस में राहत दी जाए। अब 1 सितंबर का इंतजार है और माना जा रहा है कि कोर्ट इस मामले में पालकों को राहत दे सकती है। दूसरी ओर पालकों का कहना है कि जिस तरह से ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है, उससे स्कूलों के सारे खर्चे समाप्त हो गए हैं, इसलिए स्कूलों को ट्यूशन फीस में राहत देना चाहिए। इसको लेकर पिछले दिनों इन्दौर के कई बड़े स्कूलों में प्रदर्शन भी हो चुके हैं।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved