इंदौर। मध्यप्रदेश (MP) की आर्थिक राजधानी (Economic capital) इंदौर (Indore) की जीडीपी (GDP) इस समय 1.2 लाख करोड़ रुपए है। अगले 6 साल में इस जीडीपी को 2.7 लाख करोड़ रुपए करने का लक्ष्य रखा गया है।
सांसद शंकर लालवानी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2014 में इंदौर की जीडीपी 0.6 लाख करोड़़ रुपए थी, जो 2019 में बढक़र 0.85 लाख करोड़़ हो गई थी और अब 2024 में जीडीपी 1.2 लाख करोड़ रुपए है। 6 वर्ष में अर्थात् 2030 तक इस जीडीपी को बढ़ाकर 2.7 लाख करोड़ रुपए करने का लक्ष्य रखा गया है। जीडीपी हमारे अपने इंदौर शहर में हर वर्ष होने वाले सकल घरेलू उत्पाद को प्रदर्शित करती है। इस जीडीपी को 6 वर्ष में दोगुने से ज्यादा करने के लिए लालवानी ने आज इंदौर के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ एमपीआईडीसी के कार्यालय में बैठक रखी है। बैठक में जीडीपी बढ़ाने वाले क्षेत्रों पर चर्चा होगी, जिनमें खासतौर पर फार्मास्युटिकल, ऑटोमोबाइल और ऑटो एसेसरीज, इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, फूड प्रोसेसिंग और नमकीन क्लस्टर जैसे क्षेत्र शामिल हैं।
इंदौर की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय स्तर से ज्यादा
लालवानी ने बताया कि देश में औसतन प्रति व्यक्ति आय जहां 2.29 लाख रुपए है, वहीं मध्यप्रदेश में प्रति व्यक्ति आय 1.42 लाख रुपए है, लेकिन इंदौर की प्रति व्यक्ति आय 3.15 लाख रुपए है। वर्ष 2030 तक हमें इंदौर की प्रति व्यक्ति आय को 6.42 लाख रुपए करना है।