बांबे हास्पिटल, अपोलो, ग्रेटर, शैल्बी व विशेष अस्पताल के संचालकों से दिल्ली से आई टीम ने की बातचीत
इंदौर । इंदौर के पांच और बड़े अस्पताल (Big Hospital) आयुष्मान योजना (Ayushman Yojana) से जुड़ेंगे। इसके लिए दिल्ली से आई नेशनल हेल्थ एजेंसी ( National Health Agency) की टीम ने स्थानीय अधिकारियों के साथ बांबे हास्पिटल ( Bombay Hospital) एवं अपोलो, ग्रेटर कैलाश हॉस्पिटल (Greater Kailash Hospital) सहित शैल्बी और विशेष हास्पिटल के संचालकों से बातचीत की और उन्होंने आयुष्मान योजना में शामिल होने का आग्रह किया। टीम ने आश्वस्त किया कि सरकार की तरफ से मरीजों के इलाज में खर्च की गई राशि 10 से 15 दिन में अस्पताल को दे दी जाएगी। बताया जा रहा है कि दो बड़े अस्पताल शैल्बी और विशेष हॉस्पिटल द्वारा आयुष्मान योजना वाले मरीजों का इलाज करने की हरी झंडी दे दी गई है। वर्तमान में शहर के 48 हॉस्पिटल योजना में शामिल हैं, जहां आयुष्मान कार्डधारियों का इलाज किया जा रहा है।
इंदौर जिले में अभी तक 9 लाख 30 हजार आयुष्मान कार्ड बने
सरकारी रिकॉर्ड (Government Records) के अनुसार इंदौर जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में अभी तक 9 लाख 30 हजार आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) बनाए जा चुके हैं। अभी भी ढाई लाख से अधिक पात्र लोगों के कार्ड बनाना बाकी है, जिसके लिए शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र महू, सांवेर, देपालपुर एवं हातोद में सक्रियता से कार्य किया जा रहा है। आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) नगर निगम के जोनल कार्यालयों पर तो बनाए ही जा रहे हैं, वहीं जिले के 315 रोजगार सहायकों की आईडी बना दी गई है और उन्हें जिम्मेदारी दी गई है कि अपनी आईडी के जरिए कियोस्क और बैंकों के जरिए आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) बनाएं। इंदौर जिले में कुल 9 लाख 30 हजार आयुष्मान कार्ड बने हैं। इनमें महू तहसील के कुल 176 गांवों में 33 हजार 450, देपालपुर तहसील के 176 गांवों में 83 हजार तथा सांवेर तहसील के 145 गांवों में 91 हजार से अधिक कार्ड बनाए जा चुके हैं।
कलेक्टर के फरमान पर पूर्व में शिविर लगाकर बनाए थे कार्ड
कलेक्टर मनीष सिंह (Collector Manish Singh) ने कुछ माह पहले इंदौर शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र महू, सांवेर, देपालपुर एवं हातोद के अधिकारियों की बैठक लेकर आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) तेजी से बनाने के फरमान जारी किए थे। इसके बाद पंचायत स्तर पर शिविर लगाकर कार्ड बनाए गए। सिर्फ देपालपुर में ही तीन माह पूर्व 30 हजार 800 कार्ड बने थे। इसके पहले 50 हजार ही कार्ड बने थे। इसी प्रकार सांवेर, महू एवं हातोद में भी शिविर लगाकर बड़ी संख्या में कार्ड बनाए गए थे। उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा इंदौर जिले में 11 लाख 74 हजार 252 आयुष्मान कार्ड (Ayushman Card) बनाने का टारगेट दिया गया है, जिनमें से 9 लाख 30 हजार कार्ड बनाए जा चुके हैं। टारगेट पूरा करने के लिए अभी भी 2 लाख 45 हजार कार्ड बनाना बाकी है, जिसके लिए प्रशासनिक महकमा सक्रियता से कार्य कर रहा है।
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