अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडरों की कमी से निपटने के लिए
प्रशासनिक अधिकारियों के साथ-साथ निगम की टीमों ने चलाया अभियान, कई संस्थानों ने सहयोग किया, कुछ ने विरोध
इन्दौर। प्रशासन और नगर निगम (municipal corporations) के अधिकारी इन दिनों शहर के अलग अलग कारखानों (factories), मेटल फैक्ट्रियों (metal factories) और बड़े औद्योगिक संस्थानों से हर रोज ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinder) बंटोरकर अस्पताल भेज रहे हैं। कल दिनभर में 250 से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinder) लिए गए और यह मुहिम आज भी जारी रहेगी। कई संस्थानों के संचालक ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinder) देने में टीमों का सहयोग कर रहे हैं, लेकिन कुछ जगह कुछ फैक्ट्री संचालकों ने विवाद भी किया, जिसके चलते फैक्ट्रियां सील कर दी गई।
विभिन्न प्रशासनिक अधिकारियों के साथ निगम के झोनल अधिकारियों और निगम के रिमूवल टीम के अमले को लगाया गया है, ताकि हर रोज अलग-अलग स्थानों से ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinder) लिए जा सके। इन दिनों अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinder) की बेहद कमी होने के चलते यह कार्य शुरू किया गया है। पिछले चार पांच दिनों से चल रहे अभियान में अब तक कई सिलेंडर विभिन्न अस्पतालों को भेजे जा चुके हैं। शहरभर से संग्रहित किए गए ऑक्सीजन सिलेंडरों (Oxygen cylinders)को सिटी बस कार्यालय में रखा जाता है और फिर वहां से प्रशासनिक अधिकारियों के निर्देश पर अलग अलग अस्पतालों में जरूरत के मान से उनकी सप्लाय की जाती है। कल भी निगम की टीमों ने विभिन्न स्थानों से ढाई सौ से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinder) लोगों से लिए, इसके पहले मैकेनिक नगर और कोई अन्य स्थानों से भी सिलेंडर लिए गए थे।
कल इन स्थानों से लिए गए सिलेंडर
नगर निगम की टीमों ने अधिकारियों के साथ नोबल इंटरप्राइजेस, बिंदल इंटरप्राइजेस, मेटल प्रोफाइल, स्टीलश्री इंडस्ट्रीज, शंभू इंजीनियरिंग नोबल सेल्स, आनंद इंजीनियरिंग वर्कर्स, ओम सांई कृपा, रूबीना इंडस्ट्रीज, इंदिरा इंडस्ट्रीज, मूंदड़ा इंडस्ट्रीज, परम इंजीनियरिंग, रिलायबल स्टील, शर्मा फाइन स्टील, प्रोफेसर इंडस्ट्रीज सहित कई कारखानों और चंदननगर, सिरपुर बांक क्षेत्र से भी बड़े पैमाने पर कई ऑक्सीजन सिलेंडर लिए गए। कई संस्थानों ने स्वेच्छा से मरीजों के लिए ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinder) दे दिए, लेकिन वहीं कल मंगलम् सिलेंडर एजेंसी पर निगमकर्मियों का विवाद हो गया था और सिलेंडर नहीं देने पर संस्थान सील कर दिया गया।
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