1. ऑफिस, किराना, फल सब्जी मंडियां… होम डिलीवरी, निर्माण कार्य
2. बाजार, दुकानें पान-गुटखा, जिम सैलून, फैक्ट्रिया
3. रेस्टोरेंट, होटल, मॉल सिनेमाघर, स्विमिंग पूल और मैरिज गार्डन
इंदौर। करीब दो माह से घरों में कैद लोग 1 जून से अनलॉक प्रक्रिया (Unlock process) शुरू होने को लेकर बेहद उत्साहित हैं, लेकिन पहली तारीख उनके लिए कोई खास रियायत (concession) लेकर नहीं आएगी, क्योंकि इंदौर अब भी संक्रमण ( infection) के 5 प्रतिशत के दायरे में नहीं आया है। लिहाजा शहर को 3 चरणों में धीरे-धीरे खोले जाने की उम्मीद है। पहले चरण में आवश्यक सामग्रियां उपलब्ध हो सकेंगी, वहीं दूसरे चरण में सुविधाओं के लिए छूट मिल सकेगी, जबकि तीसरा चरण ही पूरी तरह से शहर को आबाद कर पाएगा।
इंदौर (Indore) को बेहद एहतियात की जरूरत है, क्योंकि शहर प्रदेश के उन 7 जिलों में शामिल है, जहां कोरोना ने जबरदस्त कोहराम मचाया। अब भी 5 हजार से अधिक मरीज शहर के विभिन्न अस्पतालों (hospitals) में इलाज करा रहे हैं। इनमें कम से कम 200 से 250 लोग गंभीर स्थिति में हंै। ऐसे में शहर को अनलॉक करने के पूर्व प्रशासन देखो और चलो की नीति अपनाते हुए सुविधाओं के दरवाजे खोलेगा। प्रथम चरण में जहां अत्यावश्यक सेवाओं के रूप में ऑफिस, किराना, फल-सब्जी मंडियां, रेस्टोरेंट की होम डिलीवरी, निर्माण कार्य आदि शामिल रहेंगे, वहीं दूसरे चरण में बाजारों को खोलने का क्रम शुरू किया जाएगा। इसके साथ ही जिम, सैलून, फैक्ट्रियां और पान-गुटखे की रियायत मिल सकती है। दो चरणों की सुविधाओं के बाद यदि शहर में संक्रमण की स्थिति नियंत्रित रहती है तो रेस्टोरेंट, होटल, मॉल, सिनेमाघर, स्विमिंग पूल के साथ विवाह समारोह में लोगों की तादाद बढ़ाने और मैरिज गार्डन खोलने की अनुमति मिल सकती है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved