इंदौर। परिवहन विभाग (transport Department) द्वारा 1 जनवरी से प्रदेश में ड्राइविंग लाइसेंस (driving license) घर बैठे रिन्युअल (renewal) और डुप्लीकेट बनवाए जाने की व्यवस्था लागू किए जाने की घोषणा की थी, लेकिन इंदौर (Indore) के आवेदकों को इसके लिए करीब दो माह और इंतजार करना होगा। विभाग (Department) ने आगर मालवा से इस व्यवस्था (Management) का ट्रायल शुरू किया है, वहीं दो दिन बाद इसे खरगोन और विदिशा में भी शुरू किया जा रहा है। इन स्थानों पर सामने आने वाली समस्याओं (the problems) को दूर करने के बाद विभाग सबसे आखिरी में इंदौर (Indore) में इसे लागू करेगा। परिवहन विभाग द्वारा 1 अगस्त 2021 से प्रदेश में घर बैठे लर्निंग लाइसेंस व्यवस्था (license system) शुरू की थी। इसके बाद अधिकारियों (officers) ने कहा था कि नवंबर से घर बैठे परमानेंट लाइसेंस (permanent license) के डुप्लीकेट और रिन्युअल आवेदन भी किए जा सकेंगे और विभाग ऐसे लाइसेंस (License) घर पर ही डाक से पहुंचा देगा। बाद में इसका समय बढ़ाते हुए 1 दिसंबर और कुछ दिनों पहले 1 जनवरी किया गया, लेकिन अब अधिकारियों (officers) का कहना है कि इंदौर (Indore) को इसके लिए सबसे ज्यादा इंतजार करना होगा।
12 जनवरी से इंदौर को छोडक़र संभाग के सभी जिलों में शुरू होगी व्यवस्था
अधिकारियों ने बताया कि दो दिन बाद इसे खरगोन और विदिशा (Vidisha) में शुरू किया जा रहा है, वहीं 12 जनवरी से इंदौर (Indore) संभाग में इंदौर (Indore) को छोडक़र शेष सभी जिलों में इसे शुरू कर दिया जाएगा। अधिकारियों (officers) ने बताया कि इंदौर काम के लिहाज से प्रदेश का सबसे बड़ा जिला है। इसलिए अन्य सभी जिलों (districts) में इसे लागू करने के बाद आने वाली परेशानियों (troubles) को दूर करने के बाद ही इंदौर में इसे लागू किया जाएगा। इसमें करीब दो माह का समय लग सकता है। इस व्यवस्था के बाद आवेदकों को डुप्लीकेट लाइसेंस (duplicate license) निकलवाने और रिन्युअल के लिए आरटीओ ऑफिस नहीं जाना पड़ेगा।
22 दिसंबर से आगर मालवा में शुरू हुआ ट्रायल
परिवहन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि अभी आवेदक को लाइसेंस के डुप्लीकेट या रिन्युअल के लिए आरटीओ ऑफिस जाना पड़ता है। यहां फोटो निकलवाने के बाद उसका लाइसेंस जारी किया जाता है। यह व्यवस्था अब आवेदक को घर बैठे ही मिल जाएगी। 22 दिसंबर से विभाग ने आगर मालवा से इसका ट्रायल शुरू किया है। यहां कुछ तकनीकी दिक्कतें सामने आ रही हैं, जिन्हें दूर किया जा रहा है।
डॉक्टरों को भी अधिकृत कर रहा परिवहन विभाग
लाइसेंस के रिन्युअल के समय आवेदक को डॉक्टर का एक प्रमाण पत्र लगाना होता है, जिसमें बताया जाता है कि आवेदक पूर्णत: स्वस्थ है। रिन्युअल के मामलों में आवेदक यह प्रमाण पत्र डॉक्टर की ओर से सीधे लगवा सकेगा। इसके लिए विभाग डॉक्टरों को भी अधिकृत कर रहा है। इसके लिए कुछ समय पहले विभाग ने सीएमएचओ से इच्छुक डॉक्टरों की सूची मांगी थी, जिन्हें आईडी पासवर्ड जारी करते हुए उनके नाम विभाग अपनी वेबसाइट पर डाल देगा। आवेदक ऐसे डॉक्टर के पास जाएगा। डॉक्टर जांच के बाद अपने लॉगइन से आवेदक का आवेदन नंबर डालते हुए उसका फिटनेस सर्टिफिकेट विभाग की वेबसाइट पर ही अपडेट कर देगा। इससे फर्जी सर्टिफिकेट लगना भी बंद हो जाएंगे।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved