अब सूरज चुकाएगा लोगों के बिजली का बिल
कोणार्क और सांची जैसे छोटे शहरों के बाद इंदौर देश का पहला बड़ा सोलर सिटी वाला शहर बनेगा
इंदौर। स्वच्छता… सुंदरता के साथ-साथ कचरे के निपटान जैसे क्षेत्र में रूतबा कायम करने वाला इंदौर (Indore) शहर स्मार्ट सिटी (Smart City) का खिताब हांसिल करने की दिशा के साथ-साथ अब एक नए संकल्प की धरती बनने जा रहा है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव (Mayor Pushyamitra Bhargava) ने संकल्प लिया है कि इंदौर को सोलर सिटी (Solar City) बनाकर अपनी छत-अपनी बिजली… अपना शहर- अपनी ऊर्जा जैसे गर्व को हांसिल कराना है। इसके लिए एक वृहद वीजन योजना तैयार की जा रही है, जिसमें आम लोगों में चैतन्यता जागृत कर उन्हें इस बात का अहसास दिलाना शामिल है कि उनकी बिजली का बिल सूरज चुकाएगा इसके लिए निगम लोन दिलाने से लेकर बिजली के खर्च की बचत कराने जैसी महा मुहिम शुरू करने जा रहा है। इससे पहले ग्रीन एनर्जी हब के रूप में ओडिशा के कोणार्क और मध्यप्रदेश के सांची शहर को सोलर सिटी के रूप में शामिल किया गया है, लेकिन कोणार्क की आबादी मात्र 33 हजार तो सांची की आबादी मात्र 21 हजार 500 है, जबकि इंदौर 40 से 50 लाख आबादी वाला देश का सबसे बड़ा शहर है।
इंदौर में पूर्व महापौर कैलाश विजयवर्गीय ( Kailash Vijayvargiya) ने आर्थिक संकट में भी शहर को विकास का अहसास कराया तो मालिनी गौड़ (Malini Gaur) ने स्वच्छता के खिताब के लिए प्रशासनिक सामंजस्य स्थापित किया। अब महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने शहर को सोलर सिटी बनाने का संकल्प लिया है। इसके तहत योजना का एक ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है, जिसमें एक दशक की योजना के साथ काम की शुरुआत होगी। इसके लिए जन जागरण, साधनों की उपलब्धता आर्थिक सक्षमता और लोगों को प्रेरित करने के लिए करों में छूट जैसे प्रावधान किए जाएंगे। इस योजना से जहां ऊर्जा के क्षेत्र में स्वावलंबन आएगा, वहीं लोगों को महंगी बिजली के खर्च से कुछ राहत मिल सकेगी।
संसाधन स्थापित करने के लिए कर्ज और करों में छूट का लाभ दिलाएंगे
इंदौर को सोलर सिटी बनाने के लिए घर और व्यावसायिक संस्थानों की छतों पर संयंत्र स्थापित करना होंगे। इसके लिए बैंकों को कर्ज देने के लिए प्रेरित करने और उस कर्ज को चुकाने में आंशिक सहयोग के लिए नगर निगम द्वारा संपत्ति कर एवं अन्य करों में छूट की घोषणा की जा सकती है। इसके अलावा लोग पैदा होने वाली ऊर्जा विद्युत कंपनियों को बेचकर पैसा कमा सकेंगे।
2015 में 27 राज्यों के 55 शहरों को केंद्र ने सोलर सिटी योजना में किया था शामिल… प्रदेश के चार शहर भी थे शामिल… एक ने भी कदम नहीं बढ़ाया
वर्ष 2015 में केंद्रीय राज्यमंत्री पीयूष गोयल ने देश के 27 राज्यों के 55 शहरों को सोलर सिटी की योजना में शामिल किया था। इनमें मध्यप्रदेश के इंदौर, ग्वालियर, भोपाल और रीवा शहर शामिल थे, लेकिन इस क्षेत्र में एक भी शहर ने कदम आगे नहीं बढ़ाया। इंदौर पहला शहर होगा, जो सोलर सिटी का संकल्प लेने जा रहा है।
सांची बनने जा रहा है सोलर सिटी
मध्यप्रदेश सरकार ने सांची को सोलर सिटी बनाए जाने की योजना बनाई है, लेकिन सांची की आबादी मात्र 21 हजार 500 है और उसे सोलर सिटी बनाया जाना आसान है, लेकिन इंदौर शहर की जनसंख्या 40 से 50 लाख पहुंच चुकी है और यहां देश के विख्यात उद्योग भी स्थापित हैं। हालांकि प्रदेश सरकार सोलर ऊर्जा के लिए प्रयासरत रही है और उसी के चलते नीमच जिले के सिंगरौली, शाजापुर के बड़ोदिया और आगर के सुसनेर में सोलर पार्क स्थापित किए जा रहे हैं।
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