इंदौर। प्राचीनतम सिक्कों और डाक टिकटों की तीन दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन गांधी हॉल में 8 से 10 दिसम्बर तक किया जा रहा है, जिसमें होलकर सहित मराठा काल के दुर्लभ सिक्कों को इंदौरी देख सकेंगे। साथ ही इन सिक्कों-टिकटों को खरीद भी सकेंगे। मुद्रा अनुसंधान ट्रस्ट, राष्ट्रीय मुद्रा परिषद् और न्यू मिसमेटिक और फिलाटेलिक सोसायटी इंदौर द्वारा यह संयुक्त आयोजन किया गया है, जिसमें तमाम राज्यों के मुद्रा व्यवसायी, संग्राहक और विद्वान शोधकर्ता शामिल होंगे। देश के प्रसिद्ध ऑक्शन हाउस, मुंबई के टोडीवाल, बेंगलुरु के मरुधर आटर््स, कलकत्ता के जैन ऑक्शन और इंदौर के भार्गव ऑक्शन के अलावा देश के अन्य प्रमुख डिलर भी अपने स्टॉल लगा रहे हैं।
आयोजन के प्रमुख मुद्रा शास्त्री गिरीश शर्मा आदित्य ने बताया कि कल सुबह 11 बजे श्री विद्याधाम इंदौर के उमेशजी महाराज के मुख्य आतिथ्य एवं राज्य पुरातत्व विभाग के सहायक निदेशक प्रकाश पारांजपे द्वारा किया जाएगा। उनके साथ प्रतीक सोनवलकर, संयुक्त आयुक्त ग्रामीण विकास और पंचायती राज के अलावा इंदौर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल रांका भी विशेष अतिथि के रूप में मौजूद रहेंगे। इस अवसर पर प्रमुख विद्वानों, संग्राहकों और नदियों में गोता लगाकर प्राचीन सिक्के खोजने वाले जनजातीय समूहों का भी सम्मान किया जाएगा। 9 और 10 दिसम्बर को भी ये प्रदर्शनी जारी रहेगी। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष श्रीमती सुमित्रा महाजन, सांसद शंकर लालवानी, महापौर पुष्यमित्र भार्गव सहित अन्य गणमान्य भी इस आयोजन में शामिल होंगे। प्रदर्शनी सुबह 11 से शाम 7 बजे तक तीन दिन जारी रहेगी और प्रवेश नि:शुल्क रहेगा। इसमें होलकर और मराठा युग के भी दुर्लभ प्राचीन सिक्कों के साथ डाक टिकट, मोहर और प्राचीन वस्तुएं भी प्रदर्शित की जाएगी। इंदौर में ही प्राचीन सिक्कों और डाक टिकटों के संग्रहणकर्ता और शौकीनों की कमी नहीं है और इस अवसर पर दुर्लभ सिक्कों और टिकटों का क्रय-विक्रय भी होगा। इस महोत्सव में मुद्राओं के साथ फॉसिल्स, दुर्लभ खनीज से लेकर पुरातन काल की मुद्राएं यानी सिक्के और डाक टिकटें प्रदर्शित की जाएगी। इस विषय पर कई हस्तियों ने पुस्तकें भी लिखी हैं और उन्हें पुरस्कृतभी किया जाता रहा है। उनकी पुस्तकें भी इस प्रदर्शनी में उपलब्ध रहेंगी और इस अवसर पर सम्मान भी किया जाएगा।
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