इंदौर। लोनावला (Lonavla) में इस साल एक परिवार पिकनिक (picnic) मनाने के लिए नदी के बीच में गया और एकाएक पानी का बहाव (paanee ka bahaav) बढऩे से बह गया था। इदौर (Indore) जिले में भी पिकिनिक स्पॉटों पर बीते 5 सालों में 40 युवाओं की मौत हो चुकी है। इसी को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर आशीष सिंह (collector Ashish Singh) ने पिकनिक स्पॉटों पर पुलिस को सख्ती बरतने के निर्देश दिए थे। कल रविवार को इंदौर से पिकिनिक मनाने गए युवा भी नदी में उतरकर यही गलती कर रहे थे। पहले उन्हें पुलिस (Police) की टीम ने समझाइश दी, बाद में उन पर एफआईआर (FIR) भी दर्ज कर ली।
डीएसपी उमाकांत चौधरी ने बताया कि सिमरोल थाना क्षेत्र के तिंछाफॉल सहित कई पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की भीड़ थी। तिंछाफॉल में तैनात पुलिस बल नदी किनारे पहुंचा तो तीन युवक वहां म्यूजिक साउंड के बीच डांस कर रहे थे। पुलिस टीम ने उनके नाम-पते पूछे तो उनके नाम नितेश कोष्ठी निवासी बजरंग नगर, नीरज गुप्ता निवासी आदर्श मेघदूत नगर और सुशील बताए। तीनों को पुलिस ने समझाया कि यहां से चले जाओ। बारिश का समय है, नदी में कभी भी पानी उफान पर आ सकता है, लेकिन तीनों पुलिस की बात सुनने को तैयार नहीं थे। इसके बाद पुलिस ने थाने जाकर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई का केस दर्ज कर दिया।
समझाइश के बाद भी नहीं मान रहे
इस साल बारिश की शुरुआत से ही इंदौर पुलिस लगातार पिकनिक स्पॉटों पर जाकर पर्यटकों को हादसे से बचने के लिए जागरूक कर रही है। ग्रामीण एसपी हितिका वासन, एएसपी रूपेश द्विवेदी और डीएसपी उमाकांत चौधरी की टीमें लाउंड स्पीकरों के माध्यम से सावधानी रखने का अनाउंसमेंट भी करवा रही हैं।
एक भंवर आया और इकलौता बेटा ले गया
पिकिनक स्पॉटों पर जान गंवाने वालों के परिजन का दर्द भी साझा किया जा रहा है, जिसमें अपनों को खोने वाले नम आंखों से अन्य पालकों से अपील कर रहे हैं कि बच्चों पर ध्यान दें और उन्हें पिकनिक स्पॉटों से दूर रखें। शहर के समाजसेवी मनीष गुप्ता का इकलौता बेटा भी 23 सितंबर को पिकनिक स्पॉट पर हादसे का शिकार हुआ था। इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा बेटा दो दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने गया था। पानी के बहाव में ऐसा भंवर आया कि उनके बेटे को पानी में ले गया और वह फिर दोबारा नहीं लौटा।
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