इंदौर। छठी की छात्रा को ड्रग देकर सामूहिक दुष्कर्म के मामले में मुख्य आरोपियों को पुलिस ने पकड़ लिया है। इस गैंग में दो युवतियां ऐसी हैं, जिनके बारे में पुलिस को पुख्ता जानकारी तो लग गई है, लेकिन वे पकड़ से दूर हैं। बताया जा रहा है कि दीदी गैंग स्कूली बच्चों को ड्रग की लत लगाती थी। शहर के कई स्कूलों के छात्र-छात्राओं से इनकी लिंक जोडक़र देखी जा रही है।
ड्रग स्कैंडल के पीछे जितना पुलिस लग रही है, उतने बड़े खुलासे हो रहे हैं। अब छठी की एक छात्रा को ड्रग की आदी बनाकर उसके साथ रेप करने का खुलासा हुआ है। इस मामले में पुलिस ने गजनी उर्फ गोलू ठाकुर, अमन वर्मा, बिंदु दीदी उर्फ मीनू के खिलाफ केस दर्ज किया है। दरअसल मीनू एक शातिर ड्रग तस्कर बताई जा रही है। उसकी लिंक में दो और युवतियां हैं, जो पुलिस की पकड़ से दूर हैं। मीनू के बारे में पता चला है कि वह छोटे और खासकर स्कूली बच्चों को ड्रग की लत लगवाती थी। उसके घर में ही वह ड्रग पार्टी करवाती थी। मीनू और दो अन्य युवतियां स्कूली बच्चों से संपर्क करती थीं। यह बात भी सामने आ रही है कि स्कूल के आसपास मीनू की गैंग सक्रिय रहती है। जैसे ही स्कूल की छुट्टी होती है ये गैंग स्कूल के बाहर बच्चों से दोस्ती कर अपना काम शुरू कर देती है। छठी की छात्रा का स्कीम नंबर 78 में स्काय इनले में सामूहिक दुष्कर्म हुआ था। उसके मालिक को भी पुलिस आरोपी बनाएगी, क्योंकि नाबालिग बच्ची साथ होने के बावजूद होटल वाले ने कैसे कमरा दे दिया।
मानसिक चिकित्सालय में चला इलाज
चाइल्ड लाइन की टीम का कहना है कि बच्ची की उन्होंने काउंसलिंग की थी। बच्ची को ड्रग्स की आदी बना दिया गया है। काउंसलिंग के बाद उसकी हालत में कुछ तो सुधार आया, लेकिन उसके साथ जो वारदात हुई थी उससे उबरने के लिए बाणगंगा के मानसिक चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। संभवत: अब उसकी वहां से छुट्टी होने वाली है।
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