इंदौर (Indore)। पर्यटकों की सुरक्षा के लिए वैसे तो देश और प्रदेश में पर्यटन पुलिस का प्रयोग भी किया गया। वहीं इन दिनों सोलो ट्रिप यानी अकेले घूमने का भी चलन बढ़ गया है। खासकर बड़ी संख्या में महिलाएं भी अकेली पर्यटन स्थलों पर निकल रही है। मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम ने ऐसी अकेली घूमने वाली महिलाओं की सुरक्षा और उन्हें मदद करने के लिए पर्यटन सखी योजना कुछ समय पूर्व शुरू की थी और 25 हजार से अधिक पर्यटन सखी को भी प्रशिक्षित भी किया जा चुका है, जिसमें बड़ी संख्या में कॉलेज की छात्राएं भी शामिल हैं।
कोरोना के बाद से पर्यटन उद्योग तेजी से बढ़ा है और इन दिनों दो-तीन छुट्टियां भी एक साथ आती है तो अधिकांश लोग सैर-सपाटे पर निकल पड़ते हैं। यही कारण है कि फ्लाइटों से लेकर होटलों की बुकिंग भी आसानी से नहीं मिलती और महंगी अलग हो जाती है। प्रदेश के 50 प्रमुख पर्यटन स्थलों के लिए पर्यटन सखी योजना तैयार की गई है, जिनमें 10 हजार स्थानीय महिलाओं के अलावा बड़ी संख्या में कॉलेज की छात्राएं शामिल हैं। प्रमुख सचिव पर्यटन और मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड के शिव शेखर शुक्ला ने कल भोपाल में इस कार्यशाला का शुभारंभ भी किया और उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में महिलाओं के लिए भी बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर बढ़े हैं। गाइड, ड्राइवर, शेफ, होटल एग्जीक्यूटिव सहित अन्य क्षेत्रों में इन पर्यटन सखियों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है और ये पर्यटन सखी 50 प्रमुख पर्यटन स्थलों पर तैनात रहेंगी और अकेली घूमने वाली महिला पर्यटकों की सुरक्षा और मदद करेंगी। इन्हें उचित पारिश्रमिक और अन्य सुविधाएं भी मुहैया भी कराई जा रही है।
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