इंदौर। स्वच्छता में 6 बार नम्बर वन का खिताब पाने के बाद अब इंदौर जिला स्वास्थ्य में भी नम्बर वन बनने जा रहा है। गरीब और जरूरतमंदों के लिए शुरू की गई आयुष्मान योजना में 51 जिलों को पीछे छोडक़र इंदौर नम्बर वन बन गया है। आज नम्बर वन की घोषणा होगी।
रतलाम, शाजापुर, होशंगाबाद, जबलपुर, मंदसौर, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, हरदा, उज्जैन और देवास जैसे दस जिलों से कांटे की टक्कर करते हुए इंदौर जिले में 99.98 प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाकर नम्बर वन का खिताब अपने नाम कर लिया है। आयुष्मान भारत निरामयम मध्यप्रदेश सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार टोटल आयुष्मान कार्ड बनाने की कड़ी में इंदौर को 11 लाख 75040 आयुष्मान कार्ड बनाने का टारगेट दिया गया था। 22 जनवरी देर शाम तक 99.98 प्रतिशत काम करके 11 लाख 74030 कार्ड जारी कर दिए गए। कल देर शाम तक बाकी सभी आवेदनों का निराकरण करने के बाद 100 प्रतिशत काम कर इंदौर ने पहले नम्बर पर स्थान बनाया है। कलेक्टर इलैयाराजा टी आज नम्बर वन पर आने की घोषणा करेंगे।
89.51 प्रतिशत काम करके रतलाम द्वितीय स्थान पर है, वहीं 86.31 प्रतिशत कार्ड बनाकर शाजापुर तीसरे नम्बर पर बना हुआ है। इंदौर और देवास 81 और 80 प्रतिशत कार्ड बनाकर दसवें और ग्यारहवे नम्बर पर है। इंदौर जिले ने रतलाम, जबलपुर, शाजापुर, होशंगाबाद और मंदसौर जिले को पीछे छोडक़र तेजी से अपनी बढ़त बनाई है। आयुष्मान कार्ड प्रभारी देवेंद्रसिंह ने बताया कि 535 आवेदन पिछले दिनों प्राप्त हुए थे। जिन पर भी तेजी से काम करके कार्ड जनरेट कर दिए गये हैं। देर शाम तक 99.98 काम पूरा किया जा चुका था।
11 सरकारी और 68 निजी अस्पतालों में मिल रहा है ईलाज
11 सरकारी और 68 निजी अस्पतालों में आयुष्मान कार्ड के माध्यम से गरीबों को ईलाज नि:शुल्क मिल रहा है। दिसम्बर तक 123124 को उपचार दिया जा चुका है, जिसमें लगभग 147.97 करोड की राशि वितरित की गई है, जबकि नवम्बर महीने में 39235 कार्ड जारी किए गए थे और जनवरी माह में सभी हितग्राहियों को आयुष्मान का लाभ दिलाया जा रहा है। कलेक्टर डॉ. इलैया राजा टी. ने जनसुनवाई में आने वाले आवेदको को योजना का लाभ दिलाने के लिए अधिकारियों से तुरंत कार्ड जारी करने के निर्देश दिए हैं।
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