इंदौर। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में एक बार फिर इंदौर जिले में हुई माफिया के खिलाफ कार्रवाई और अन्य योजनाओं में अच्छे प्रदर्शन पर कलेक्टर मनीष सिंह सहित अन्य अफसरों की प्रशंसा की। चीटफंड, मिलावट, अवैध शराब की कार्रवाई में इंदौर अव्वल रहा और कोरोना प्रभावितों को भी राहत देने में इंदौर पूरे प्रदेश में आगे रहा है। 668 निवेशकों को 4.29 करोड़ रुपए की राशि वापस दिलवाई गई।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान लगातार माफियाओं को नैस्तनाबूत करने की बात कहते रहे हैं और कलेक्टर मनीष सिंह ने इंदौर में भूमाफियाओं से लेकर राशन, शराब, ड्रग सहित अन्य मामलों में कार्रवाई की और उनके निर्माणों को भी जमींदोज किया। अभी शुक्रवार को ही सर्वानंद नगर स्थित होटल 25 हॉवर्स को भी ध्वस्त किया गया।
भूमाफिया के 131 प्रकरणों में कार्रवाई की गई, तो अवैध शराब के 4282 मामले पकड़े, वहीं चीटफंड कम्पनियों पर हुई कार्रवाई में इंदौर जिला पूरे प्रदेश में अव्वल रहा और 4.29 करोड़ रुपए की राशि इन कम्पनियों से वापस भी जनता को दिलवाई। इसी तरह मिलावटी खाद्य पदार्थों के प्रकरणों को पकडऩे में भी इंदौर अव्वल रहा, तो राशन माफिया के साथ-साथ सरकारी जमीनों को अतिक्रमणों से मुक्त भी कराया गया ।
प्रधानमंत्री आवास योजना में द्वितीय स्थान 109 प्रतिशत के साथ इंदौर जिले ने हासिल किया, तो वार्षिक साख योजना और कोविड प्रभावित परिवारों को निजी स्पॉन्सरशिप दिलवाने में भी इंदौर जिला अव्वल रहा है। वहीं उन बच्चों की भी कलेक्टर ने मदद की जिनके सिर से माता-पिता का साया कोविड के चलते उठ गया था।
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