इंदौर। प्रदेश में अब तक के सबसे बड़े एमडी ड्रग्स (MD Drugs) के मामले में जांच कर रहे एक एसआई (SI) के इस्तीफा (Resignation) देने की चर्चा क्राइम ब्रांच (Crime Branch) में चल रही है। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि जांच का दबाव या फिर पारिवारिक कारण से उसने ऐसा किया है। अब मामला बड़े अफसरों तक पहुंच गया है, जिसके चलते समझाइश का दौर चल रहा है। इस मामले में क्राइम ब्रांच (Crime branch) अब तक 35 आरोपी गिरफ्तार कर चुकी है।
लगभग एक साल पहले क्राइम ब्रांच ने टेंट व्यवसायी दिनेश अग्रवाल और उसके दो साथियों को गिरफ्तार (Arrest) कर 70 किलो एमडी ड्रग्स जब्त की थी। यह प्रदेश में अब तक पकड़ी गई सबसे बड़ी खेप थी। इस मामले में क्राइम ब्रांच की टीम (Team) अब तक सात राज्यों से 35 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जिनमें महिला भी शामिल है। इस पूरे मामले की जांच एक टीआई और एसआई (SI) नरेंद्र तिवारी कर रहे थे। तिवारी पर ही पूरा जिम्मा था। बताते हैं कि दो दिन पहले उन्होंने अचानक एएसपी गुरुप्रसाद पाराशर को इस्तीफा दे दिया। हालांकि इस्तीफा अभी मंजूर नहीं हुआ है।
यह मामला क्राइम ब्रांच में चर्चा का विषय बना हुआ है। कोई कह रहा है कि जांच के दबाव के चलते उसने इस्तीफा दिया है तो कोई कह रहा है कि पारिवारिक कारण है, लेकिन अब यह मामला वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंच गया है, जिसके बाद समझाइश का दौर चल रहा है।
चालान पेश नहीं होने से हो गई थी आरोपियों की जमानत
सूत्रों के अनुसार क्राइम ब्रांच ने अब तक एक केस में इतने आरोपी कभी नहीं पकड़े हैं। आमतौर पर इस तरह के चालान ईओडब्ल्यू और लोकायुक्त में पेश होते हैं, जिसकी जांच करना आसान नहीं होता है। ऊपर से नारकोटिक्स के केस की जांच में यदि गड़बड़ हो गई तो जांच अधिकारी के खिलाफ भी स्ट्रक्चर पास हो जाता है। इस मामले में क्राइम ब्रांच एक साल बाद भी चालान पेश नहीं कर सकी थी, जिसके चलते तीन प्रमुख आरोपियों को जमानत मिल गई थी। हालांकि बाद में जमानत पर रोक लग गई, जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों की लगातार स्क्रूटनी और दबाव के चलते एसआई के इस्तीफे की बात कही जा रही है।
कल 36वें आरोपी को लिया रिमांड पर
एमडी ड्रग्स मामले में कल ही क्राइम ब्रांच ने आठ करोड़ की एमडी ड्रग्स खपाने वाले मोहम्मद हुसैन उर्फ टेम्पो को अहमदाबाद से रिमांड पर लिया है। उसे अहमदाबाद पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसे इंदौर से ड्रग्स सप्लाई करने वाले पहले से जेल में हैं। इसी रैकेट में गिरफ्तार हुए बैंडवाले के बेटे को आर्यन केस में चार दिन पहले मुंबई एनसीबी की टीम मंदसौर से पकडक़र ले गई है, जबकि बैंडवाला इंदौर की जेल में बंद है।
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