इन्दौर। धर्म ध्वजा (Religious flag) व भगवा रंग (Saffron colour) के झंडों से पटा मार्ग, लाखों श्रद्धालु (Devotees) ढोल-मंजीरे लेकर बाबा के जयकारों के साथ आराधना करते दल, झांकियां, भजन मंडलियों के वाहन, बग्घियों पर भगवान हनुमान की प्रतिकृतियों के रूप में सजे कलाकार यह विहंगम दृश्य था बाबा रणजीत (Ranjit) की प्रभातफेरी का। मान्यता है कि सीताजी की खोज करने के बाद भगवान राम की शरण में पहुंचे हनुमानजी को रणजीत की उपाधि दी थी।
आज का दृश्य देखकर मानों चारो दिशाएं और देवी-देवता भी धरती पर आकर जय- जयकार कर रहे थे। लाखों श्रद्धालुओं ने न केवल अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, बल्कि रणजीत से अर्जी भी लगाई। रणजीत हनुमान मंदिर परिसर में सुबह विशेष काठियावाड़ी पोषाख में स्वर्ण रथ पर बाबा जैसेे ही सवार हुए 11 क्विंटल फूलों से सजे रथ पर विशेष आरती की गई और उसके बाद प्रभातफेरी का दौर शुरू हुआ। रात तीन बजे से ही बाबा की एक झलक पाने के लिए लाखों श्रद्धालु प्रभातफेरी मार्ग पर खड़े हो गए थे, वहीं बैंडबाजे भजन मंडलियों के साथ राम दरबार की झाांकियों का क्रम भी रात में ही तय कर लिया गया था। लाखों श्रद्धालुओं ने मंदिर प्रबंधन द्वारा तय की गई प्रभातफेरी क्रम में अपनी अर्जी लगाई। पुलिस बल प्रचार वाहन, बैनर, 101 ध्वजा वाहिनी, भजन गायक बग्घियों पर विभिन्न रूपों में सजे बाबा रणजीत महाकाल मंडली, झांकियां, महिला व पुरुष मंडलों की करतल-ध्वनियां अपने क्रम से चल रही थीं। विशेष अतिथियों के लिए अलग से क्रम तय किया गया था। बाबा के रथ के साथ पंडित दीपेश व्यास चल रहे थे। प्रभातफेरी के 24वें क्रम में शामिल हुए ढोल निम्बाहेड़ा और छत्री ने जहां खूब रंग जमाया, वहीं महिला बैंड ने विभिन्न ताल पर बाबा रणजीत को सलामी दी, वहीं पुरुष भी केसरिया झंडों के साथ नृत्य करते हुए नजर आए। पूरे परिसर में सफाई सेवकों ने स्वच्छता का परचम लहरा रखा था। हर झांकी के पहले 15 से 20 युवाओं का दल हाथों में झाडू लेकर झांकी मार्ग को साफ कर रहा था।
एम्बुलेंस ने बचाई युवक की जान
हर श्रद्धालु बाबा के रथ के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने को आतुर था, जिसके चलते सबसे ज्यादा भीड़ बाबा रणजीत की सवारी के साथ देखी गई, वहीं जिसके चलते धक्का-मुक्की के कारण एक युवक बेहोश होकर भी गिरा, जिसे तुरंत साथ चल रही एम्बुलेंस की मदद से स्वास्थ्य लाभ दिलाया गया। ज्ञात हो कि सबसे आखिरी क्रम में पुलिस की टीम और नगर निगम के सफाईकर्मी सफाई करते हुए चल रहे थे व एम्बुलेंस आपात स्थिति से श्रद्धालुओं को बचा रही थी।
जुलूस में असामाजिक तत्व… पुलिस ने लाठियां चलार्इं
मुख्य रथ तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं की धक्का-मुक्की को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल ने रथ को सुरक्षा घेरे में ले रखा था। पूरे प्रभातफेरी मार्ग को 180 कैमरों से लैस किया गया था। पुलिस पूरे समय असामाजिक तत्वों पर नजर बनाए हुए थी। सुबह जैसे ही रथ महूनाका चौराहे पर पहुंचा तो कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा माहौल बिगाडऩे की कोशिश भी की गई, जिस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए डंडे भी चलाए। 50 जवान ब्रीथ एनालाइजर लेकर टुकडिय़ों में आए युवाओं की जांच कर रहे थे। मार्ग को पुलिस ने चार सेक्टरों में बांट रखा था, जहां 800 जवानों की ड्यूटी अलग-अलग सेक्टरों के आधार पर लगाई गई थी। 6 वाच टावरों के माध्यम से सघन जांच अभियान भी चलाया जा रहा था।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved