– जर्नल ऑफ फार्माकोग्नॉसी और फाइटोकेमिस्ट्री में मिला रिसर्च पेपर को स्थान
इन्दौर। शहर की एक छात्रा ने कॉलेज की लैब में अनार से शैम्पू बनाकर अपना रिसर्च पेपर अंतर्राष्ट्रीय पत्रिका जर्नल ऑफ फार्माकोग्नॉसी और फाइटोकेमेस्ट्रिी में प्रकाशित करवाया है। शैम्पू को लेकर छात्रा अपनी सहयोगी छात्राओं के साथ रिसर्च कर रही थीं और आखिरकार उन्होंने इसमें सफलता पा ही ली।
सॉफ्टविजन कॉलेज में पढऩे वाली नंदिनी पाल और उनकी सहेलियां पिछले कई दिनों से इस पर रिसर्च कर रही थी। नंदिनी के पिता पत्रकारिता से जुड़े हुए हंै।नंदिनी ने बताया कि बाजार में हर तरह के बालों को धोने के शैम्पू आते हैं, जिसमें हर्बल शैम्पू भी रहते हैं। सभी शैम्पू का दावा अलग-अलग रहता है। इसी का ेलेकर मैंने सोचा कि क्यों न मैं भी एक ऐसा हेयर शैम्पू बनाऊ। इस पर हमने कॉलेज की लैब में रिसर्च शुरू की और कई प्रयासों के बाद यह सफलता मिली। बाायोटेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन में अंतिम वर्ष की पढाई कर रही नंदिनी ने एचओडी प्रो. पायलपुरी के निर्देशन में यह काम किया। आखिरकार उन्हें सफलता मिली और इसके बाद उनकी इस रिसर्च को जर्नल ऑफ फार्माकोग्नॉसी और फाइटोकेमिस्ट्री में स्थान मिला। उनकी रिसर्च को वाल्यूम-9, इशु-4 जुलाई, अगस्त 2020 के अंक में पेज नंबर 1439-1444 में प्रकाशित किया गया। फार्माकोग्नॉसी और फाइटोकेमिस्ट्री जर्नल, फार्माकोग्नॉसी और फाइटोकेमिस्ट्री सोसाइटी का एक आधिकारिक प्रकाशन है। इस रिर्सच के प्रकाशित होने का प्रमाण पत्र नंदिनी पाल को फार्माकोग्नॉसी और फाइटोकेमिस्ट्री जर्नल द्वारा प्रदान किया गया। नंदिनी के साथ तान्या मालपानी, मनाली जेथालिया भी टीम में शामिल थी। उनकी इस रिसर्च पर कॉलेज प्रबंधन ने भी उन्हें बधाई दी।
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