राजवाड़ा की डिजाइन से होगा प्रेरित, बजट में मिले 340 करोड़
इंदौर। लंबी कवायद के बाद रेल मंत्रालय(ministry of railways) ने इंदौर रेलवे स्टेशन (indore railway station) के पुनर्विकास का प्लान (plans) फाइनल कर दिया है। पूरी योजना पर 1000 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। बजट में प्रोजेक्ट (projects) के लिए 340 करोड़ रुपए की राशि मंजूर की गई है। इसके बाद रेलवे ने इंदौर स्टेशन को नया आधुनिक रूप देने के लिए कंपनियों से प्रस्ताव मंगाने की तैयारी शुरू कर दी है। शहर के मुख्य स्टेशन का डिजाइन राजवाड़ा (rajwada) से प्रेरित होगा। इसकी प्लानिंग अगले 50 साल की जरूरतों के हिसाब से तैयार की गई है।
पहले योजना में पार्क रोड स्टेशन (park road station) शामिल नहीं था, लेकिन अब वह हिस्सा भी शामिल किया गया है। प्रोजेक्ट में रेलवे स्टेशन (railway station) के सामने (सरवटे बस स्टैंड रोड के पार) की रेलवे जमीन का भी विकास किया जाएगा। पहले भी योजना बनाई गई थी, जो 400-450 करोड़ रुपए की थी। उसकी कमियों को दूर कर और प्लानिंग में बदलाव कर अब प्रोजेक्ट को मूर्तरूप दिया गया है। सांसद शंकर लालवानी ने बताया कि रेल मंत्रालय इंदौर स्टेशन के पुनर्विकास के लिए 15 फरवरी को टेंडर बुलाएगा। इच्छुक कंपनियां 15 अप्रैल तक अपने आफर दे सकेंगी। उसके बाद 15 जून तक टेंडर फाइनल कर सबसे अच्छा आफर देने वाली कंपनी को काम सौंप दिया जाएगा। प्रोजेक्ट के तहत स्टेशन एरिया के साथ सामने और एक नंबर प्लेटफार्म के दोनों तरफ की जमीन का वाणिज्यिक विकास किया जाएगा।
यह होगा इंदौर के स्टेशन में
इंदौर स्टेशन (indore station) में स्काय वाक की सुविधा होगी, साथ ही मेट्रो स्टेशन से भी स्टेशन की सीधी कनेक्टिविटी होगी। स्टेशन रिडेवलपमेंट के लिए बनाए गए मास्टर प्लान में भव्य प्रवेश द्वार, रूफ प्लाजा, एक्जिक्यूटिव लाउंज, अतिरिक्त प्रवेश द्वार, नए प्लेटफार्म कवर शेड, स्टेशन क्षेत्र में जल निकासी के इंतजामों के साथ वाई-फाई और अन्य सुविधाएं होंगी।
अब नहीं टूटेंटे मध्य के प्लेटफार्म
पहले बने प्रोजेक्ट में इंदौर स्टेशन (indore station)के प्लेटफार्म दो और तीन को तोडक़र थ्रू लाइन बिछाने की योजना था। अब उसे हटा दिया गया है। सांसद ने बताया कि अब इन दोनों प्लेटफार्म में जरूरी सुधार कर उन्हें बेहतर बनाया जाएगा। यदि जरूरत हुई तो दूसरे चरण में पार्क रोड स्टेशन क्षेत्र में नया प्लेटफार्म बनाने की संभावना भी बरकरार रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि इंदौर देश का सबसे तेजी से बढ़ता हुआ शहर है। इसीलिए रेल मंत्रालय भी यहां के विकास में कोई कोर-कसर रखना नहीं चाहता।
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