पोर्टल की धीमी चाल के कारण कुछ ही प्रकरण निपटा पाए
इंदौर। राजस्व महाअभियान (Revenue mega campaign) में 3.0 में दिए गए टारगेट (Target) को पूरा करने के लिए अधिकारियों (Officials) से लेकर कर्मचारियों (Employees) तक एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। कलेक्टर (Collector) के सख्त निर्देश के बाद टेक्निकल समस्याओं से जूझने के लिए एसडीएम ने रातभर कैम्प लगाकर काम करने का तरीका निकाला है, लेकिन उसमें भी सफलता हासिल नहीं हो रही है। पोर्टल की धीमा चाल के कारण गिने-चुने प्रकरण ही निपटाए जा पा रहे हैं। एसडीएम मल्हारगंज ने 12 क्षेत्रों में रातभर गश्त की, लेकिन फिर भी उल्लेखनीय सफलता हासिल नहीं हो पाई।
राजस्व महाअभियान में अधिकारियों को सबसे ज्यादा समस्या पोर्टल की धीमी चाल के कारण देखना पड़ रही है। दिन में काम नहीं हो पाने के कारण रात-रातभर शिविर आयोजित कर काम करने की कोशिश की जा रही है। नामांकन, बंटाकंन के प्रकरणों के साथ-साथ राजस्व के कई मामले पोर्टल के नहीं चलने के कारण नक्शा तरमीम और दस्तावेज दुरुस्ती के प्रकरणों को सुलझाने में भी पटवारियों को मशक्कत करनी पड़ रही है। महाअभियान 3.0 की शुरुआत के बाद से ही लोड ज्यादा होने के कारण बार-बार सर्वर डाउन हो रहा है और प्रकरण पंजीबद्ध नहीं हो पा रहे हैं। मल्हारगंज एसडीएम निधि वर्मा ने अपने क्षेत्र में कल रात 12 शिविर आयोजित किए। ओटीपी नहीं मिलने के कारण कई किसान जहां बिना रजिस्ट्रेशन कराए ही निकल गए, वहीं देर रात तक काम करने के कारण सुबह पानी चलाने और खेत पर काम करने का बहाना बनाकर किसान चले गए। अधिकारियों के अनुसार बोवनी का समय होने के कारण ज्यादा समय नहीं दे पा रहे हैं। हालांकि सीमांकन के कामों में तेजी लाने के लिए प्राइवेट मशीनों से काम किया जा रहा है।