पिछले चुनाव में सोनकर जितने मतों से हारे उतने वोट लाया था बसपा प्रत्याशी
इंदौर। प्रदेश में 28 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में इस बार बसपा भी जोर-शोर से लडऩे का मन बना चुकी है। ग्वालियर और चंबल क्षेत्र में तो बसपा का प्रभाव है ही, वहीं सांवेर सीट से भी बसपा ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है। सांवेर से बसपा प्रत्याशी के चुनाव लडऩे की घोषणा के बाद दोनों ही प्रत्याशी सकते में हैं, क्योंकि पिछली बार भाजपा के राजेश सोनकर जितने मतों से हारे थे उससे मात्र 101 कम वोट बसपा का प्रत्याशी लाया था।
कल बसपा ने 10 विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। इसमें कांग्रेस छोड़कर गए महेंद्र बौद्ध को भी दतिया जिले के भांडेर से चुनाव लड़ाया जा रहा है। बाकी इंदौर संभाग की मांधाता और सांवेर सीट पर भी प्रत्याशी घोषित कर दिए गए हैं। सांवेर से विक्रमसिंह गहलोत को टिकट दिया गया है, वहीं मांधाता से जितेंद्र वाशिंदे को बसपा चुनाव लड़ाएगी। इसके साथ-साथ आगर से गजेंद्र बंजारा, ब्यावरा से गोपालसिंह भिलाला, सुवासरा से शंकरलाल चौहान को भी मैदान में उतारा गया है। अगर सांवेर की बात की जाए तो पिछली बार भी बसपा ने यहां से अपना प्रत्याशी कमल चौहान के रूप में उतारा था। चौहान 2844 वोट अपने खाते में ले जाने में सफल रहे थे, जबकि राजेश सोनकर पर तुलसी सिलावट की जीत का अंतर 2945 था। अगर इन दोनों वोटों की तुलना की जाए तो चौहान को जीत के अंतर से मात्र 101 वोट कम मिले थे। हालांकि पिछली बार 2591 वोट नोटा में भी डाले गए थे। अगर इस बार भी नाराजगी रहती है तो नोटा के वोट का आंकड़ा बढ़ सकता है, फिर भी माना जा रहा है कि बसपा प्रत्याशी भी अच्छी टक्कर देगा।
बलाई समाज का प्रत्याशी उतारकर बसपा ने गणित बिगाड़ा
सांवेर में बसपा ने बलाई समाज से जुड़े विक्रमसिंह गेहलोत को प्रत्याशी बनाया है। सांवेर की राजनीति के जानकारों के अनुसार इस क्षेत्र में बलाई समाज के लोग काफी संख्या में हैं और हर चुनाव में वह परिणाम को प्रभावित करने का काम करते हैं। बलाई समाज के लोगों की संख्या के आधार पर ही बलाई समाज ने कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों से टिकट की मांग भी की थी, मगर दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों ने उक्त मांग को खारिज किया तो बसपा ने तत्काल बलाई समाज के व्यक्ति को टिकट देकर चुनाव को और रोचक बना दिया है।
©2024 Agnibaan , All Rights Reserved