अस्पताल में टांके लगाने के बाद खून बहना तो रुका, लेकिन हालात अभी भी नाजुक
इंदौर। कल रात मूसाखेड़ी (Musakhedi) में फोन लगाकर एक साले ने जीजा (brother-in-law) को बुलाया और चाकुओं (knives) से कई वार कर डाले। घायल जीजा (brother-in-law) की हालत नाजुक बनी हुई है। बताया जा रहा है कि घायल का बहता खून रोकने के लिए डॉक्टर (doctor) को करीब 60 टांके (stitches) लगाना पड़े। डॉक्टर भी उसके बचने की कम उम्मीद जता रहे हैं।
घटना आजाद नगर थाना क्षेत्र (Azad Nagar police station area) के मूसाखेड़ी (Musakhedi) की है। भरत पिता गणेश जोशी को घायल अवस्था में एमवाय अस्पताल (MY hospital) में भर्ती कराया गया है। भरत के भाई विकास का कहना है कि भरत ने मूसाखेड़ी की एक युवती से सालभर पहले प्रेम विवाह (dispute) किया था। इसको लेकर हमारी रजामंदी नहीं थी। हमने भरत को अलग कर दिया। वह पत्नी के साथ रहने लगा। दोनों के बीच खर्च को लेकर विवाद होते थे। भरत 8 हजार माह की नौकरी करता था। उसकी पत्नी उससे खर्च में ज्यादा रुपए मांगती थी। करवाचौथ (karvachauth) पर भी पत्नी ने 10 हजार मांगे। इन सब बातों को लेकर दोनों में अकसर विवाद होते रहते थे, जिसमें साला चेतन भी भरत को धमकाता था। कल चेतन ने भरत को फोन कर घर बुलाया और विवाद के दौरान चाकुओं से कई वार कर दिए। भरत के सिर से लेकर कंधे तक कई घाव हो गए। उसका इतना खून बहा कि मौके पर हालत नाजुक हो गई। जैसे-तैसे उसे एमवाय अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन यहां सही इलाज नहीं मिलने के चलते उसे लक्ष्मी मेमोरियल अस्पताल ले जाया गया। उसे करीब 60 टांके (stitches) लगाना पड़े। अभी भी डॉक्टर हालत खतरे में बताते हुए कह रहे हैं कि बचने के कम चांस हैं। विकास का कहना है कि घटना के बाद से ही भरत की पत्नी अस्पताल में उसकी खबर लेने नहीं पहुंची। हमला उसकी मर्जी से करवाया गया।
15 दिन पहले पुलिस को दिया आवदेन, जान खतरे मेें है…
विकास ने बताया कि भाई भरत ने 15 दिन पहले आजाद नगर थाने के अलावा पुलिस के आला अफसरों और जिला प्रशासन को आवदेन देकर कहा था कि उसे पत्नी, साले और सास-ससुर फंसाने में लगे हुए हैं। किसी भी दिन वो मार देंगे।
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