- 22 हजार की नौकरी करने वाला महेंद्रा एसयूवी करता था मेंटेन
- मां और पिता सहित दोस्तों के खाते में लाखों रुपए ट्रांजेक्शन करने के मिले सबूत
इंदौर। अरबिंदो अस्पताल (Aurobindo Hospital) में लाखों का गबन करने वाले एचआर एक्जीक्यूटिव (HR Executive) वैभव पोरे (Vaibhav Pore) को जेल (Jail) से रिमांड (Remand) पर लाने से पहले ही उसके बड़े-बड़े कारनामे सामने आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि 22 हजार की सैलेरी पर नौकरी करने वाले वैभव के शहर की बड़ी-बड़ी होटलों में कमरे बुक रहते थे। यहां वह अय्याशी करने के लिए मुंबई और अन्य जगह से कॉलगर्ल को बुलाकर ठहराता था।
वैभव के बारे में उस दौरान खुलासा हुआ, जब अस्पताल में अस्थायी कर्मचारियों की सैलेरी निकालने का आंकड़ा 200 पार हुआ। प्रबंधन को वैभव पर शक हुआ कि वह हर माह अस्थायी कर्मचारियों की भर्ती बढ़ाता ही जा रहा है, जबकि अस्पताल में इतने लोग काम नहीं कर रहे हैं। फिर उसकी पोल खुली। ऑडिट हुआ तो पता चला कि उसने करीब 90 लाख का गबन किया। अस्पताल से जुड़े लोगों ने उसके बार में जानकारी निकाली तो पता चला कि उसकी मां भंडारी अस्पताल में आया की नौकरी करती है। घर में एक छोटी बहन है। उसने माता-पिता और दोस्तों के खाते में लाखों रुपए ट्रांसफर किए। यही नहीं, अरबिंदो अस्पताल में ही उसकी गर्लफ्रेंड भी पढ़ती है, जिस पर भी उसने खूब पैसा लुटाया। वैभव के एक पास महेंद्रा एक्सयूवी कार भी है। एक प्रापर्टी की भी जानकारी लगी है। इन सबके बारे में पुलिस को अवगत करा दिया गया है। वैभव फिलहाल अन्य मामले में जेल में बंद है।
अस्पताल का पूरा सिस्टम करना चाहता था हैक
वैभव के मोबाइल में चैटिंग के दौरान पता चला कि मुंबई की एक सॉफ्टवेयर कंपनी से वह एक सॉफ्टवेयर बनवाना चाहता था, जिसमें वह पूरे अस्पताल का सिस्टम हैक कर अपने हाथ में रखना चाहता था। सॉफ्टवेयर के लिए 27 लाख का खर्चा आने वाला था। वह सॉफ्टवेयर के लिए लाखों रुपए खर्च करने को तैयार था, लेकिन अपने मंसूबों में कामयाब हो उसके पहले ही उसके कारनामे खुल गए।