परिवार को 50 लाख की राशि देने की मांग की
इन्दौर। कोरोना वायरस (Corona Virus) के कारण 80 प्रतिशत से अधिक संक्रमित हो चुके फेफड़ों (Lung) के कारण जूनियर डॉक्टर ( Junior Doctor) दीपक सिंह को बचाया नहीं जा सका, उन्हें शनिवार को चेन्नई (Chennai) ले जाने के लिए एयरलिफ्ट (Air Lift) कराने की तैयारी की जा रही थी, लेकिन उसी दौरान उनकी मौत हो गई। वे पिछले 10 दिनों से सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती थे। जूनियर डॉक्टर (Junior Doctor) एसो. ने दीपक के परिवार वालों के लिए चिकित्सा शिक्षा मंत्री से कोरोना राहत राशि देने की मांग की है।
जूनियर डॉक्टर एसो. के अध्यक्ष प्रखर चौधरी ने बताया कि डॉ. दीपक सिंह पिछले एक साल से कोविड के मरीजों का इलाज कर रहे थे। सतना के रहने वाले डॉ. दीपक कोरोना से संक्रमित हो गए और उनके फेफड़े (Lung) 80 प्रतिशत से ज्यादा खराब हो गए थे। फेफडों को ट््रांसप्लांट करने की एक्मो मशीन भारत में सिर्फ दो ही शहरों चेन्नई और बंगलौर में है। कल सबकी सहमति से उन्हें चेन्नई एयर लिफ्ट करने की तैयारी की जा रही थी। सभी बड़े डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारियों से मंजूरी ले ली थी, लेकिन इसी दौरान डॉ. संदीप की मौत हो गई। डॉक्टर की मौत से एसोसिएशन के लोग कुछ नाराज भी नजर आए, यदि उन्हें समय पर अच्छा इलाज मिल जाता तो वे शायद बच सकते थे। अपने साथी की मौत के बाद जूनियर डॉक्टर काफी सहमे हुए है, उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि डॉक्टरों के लिए बेड रिजर्व रखे जाएं, ताकि आगे यदि कोई डॉक्टर पॉजिटिव (Positive) आता है तो उसका बेड के लिए भटकना न पड़े।
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