इंदौर। विदुर नगर में पति रूपसिंह राठौर की हत्या करवाने वाली पूजा और उसके भानजे शुभम से कल देर रात तक पुलिस (Police) ने पूछताछ की। इस दौरान पूजा और शुभम की आगे की प्लानिंग (Planing) सुनकर अफसर चौंक गए। जिस समय हमलावर रूपसिंह पर हमला करने वाले थे, उस समय पास में सो रहा उसका मासूम बेटा रोने लगा, लेकिन पूजा ने बेटे को वहां से उठाकर दूसरे कमरे में सुला दिया। बेटे की रोने की आवाज अगर पिता सुनकर उठ जाते तो यह घटना टल सकती थी।
रूपसिंह की हत्या वाली रात करीब 2 बजे शुभम के साथी रूपसिंह के घर पहुंचे थे। उस दौरान रूपसिंह गहरी नींद में था। हमलावर हमला करने वाले ही थे कि उसका मासूम बेटा जाग गया और फिर पूजा ने उसे संभालते हुए दूसरे कमरे में जाकर सुलाया। इस दौरान दस मिनट का समय लगा, जिसमें बेटे ने अपने पिता की मौत को टाला। बाद में फिर हमलावरों ने रूपसिंह पर वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। हत्या के बाद लाश ठिकाने लगाने से पहले पूजा घर से बाहर निकली और पूरी गली में घूमकर आई और देखा कि कोई जाग तो नहीं रहा है। उसके बाद हमलावर रूपसिंह की लाश को ठिकाने लगाने के लिए लेकर निकले। पूजा ने पुलिस को बताया कि पति रूपसिंह की हत्या करवाने के बाद मैं शुभम के साथ भागने वाली नहीं थी। पूरी जिंदगी उससे ऐसे ही रिश्ता रखना चाहती थी, ताकि किसी को शक भी नहीं हो और रिश्ता भी चलता रहे। आरोपियों को पकडऩे में द्वारकापुरी टीआई अनिल गुप्ता, प्रधान आरक्षक पंकज सांवरिया, आरक्षक अनुराग और धर्मेंद्र सोनगरा की उल्लेखनीय भूमिका रही।
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