इंदौर। निगम (Corporation) के कई सफाई मित्रों (Cleaning Friends) में इस कदर जुनून है कि वे समय से पहले ही अपनी ड्यूटी पर पहुंच जाते हैं। अभी दीपावली (Diwali) की रात भी ऐसा ही हुआ, जब आयुक्त शिवम वर्मा (commissioner shivam verma) रात 3 बजे सपना-संगीता रोड की सफाई व्यवस्था को देखने पहुंचे, तो वे यह देखकर आश्चर्यचकित रह गए कि सडक़ उनके पहुंचने से पहले ही साफ यानी चकाचक हो चुकी थी। दरअसल, सफाई मित्र हंसराज पिता बाबूलाल ने रात 1 बजे से ही झाड़ू उठाकर सफाई शुरू कर दी और 3 बजे तक उन्होंने अपना काम भी पूरा कर लिया। निगम ने भी पहली बार वायु प्रदूषण से निपटने के लिए एंटी स्मॉक वॉटर स्प्रींकल का भी इस्तेमाल प्रमुख चौराहों पर किया। इसके अलावा निगम ने पटाखों का कचरा और धुआं अधिक न फैले इसलिए गली-मोहल्लों में भी पानी का छिडक़ाव करवाया।
इस बार जिस तरह उत्साह इंदौरियों ने दीपावली की खरीददारी को लेकर दिखाया और बीते 10 दिनों से शहर के सभी बाजारों में जमकर भीड़ रही, उसी तरह आतिशबाजी भी खूब की गई। हालांकि प्रदूषण गत वर्ष की तुलना में 30 फीसदी से कम हुआ और ध्वनि प्रदूषण भी पटाखों का घटा, क्योंकि अधिकांश लोगों ने ग्रीन आतिशबाजी से लेकर ज्यादा शोर करने वाले पटाखों का भी इस्तेमाल कम किया। हालांकि दीपावली के बाद कल सुबह निगम ने जो शहर की सफाई करवाई उसमें 400 टन कचरा अधिक निकला, जो कि ज्यादातर पटाखों का ही था। रोजाना औसतन 1100 से 1200 टन कचरा निकलता है, मगर दीपावली मनाने के बाद लगभग 1600 टन कचरा निगम के सफाई मित्रों ने शहरभर से एकत्रित किया। वहीं पटाखों का कचरा एकत्रित करने से पहले पानी का छिडक़ाव भी किया गया, ताकि आग लगने या धुआं फैलने का असर भी कम हो सके। वहीं निगम ने एंटी स्मॉक वॉटर स्प्रींकल भी तैयार करवाया और कई चौराहों पर इससे भी छिडक़ाव किया, ताकि पटाखों से होने वाले वायु प्रदूषण में कमी आ सके। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने बताया कि इस बार भी निगम के अमले ने दीपावली के अवसर पर स्वच्छता का अपना कार्य पूरी सजगता और मेहनत से किया और जब लोग सुबह उठे उसके पहले ही शहर साफ-सुथरा यानी चकाचक हो गया। कुछ सफाई मित्र तो अपने कार्य के प्रति इतने अधिक समर्पित भी हैं कि उन्होंने 4 बजे से सफाई शुरू करने के बजाय रात 1 बजे ही झाड़ू उठाकर मैदान संभाल लिया और कई क्षेत्र रात 3 बजे तक ही चकाचक कर दिए। आयुक्त शिवम वर्मा खुद उस वक्त भौंचक रह गए जब वे सपना-संगीता रोड 3 बजे पहुंचे, तो उन्हें पूरा क्षेत्र साफ-सुथरा दिखा। इस कार्य के लिए उन्होंने सफाई मित्र हंसराज की खूब प्रशंसा भी की। जवाब में हंसराज ने कहा कि जब मुझे ही यह कार्य करना है तो क्यों नसमय से पहले उसे कर लिया जाए, यही सोचकर उन्होंने रात 1 बजे से ही सफाई शुरू कर दी। कल महापौर के अलावा आयुक्त सहित अन्य अधिकारियों ने भी शहर का दौरा किया, तो पूरा शहर ही साफ-सुथरा मिला। पिछले कुछ वर्षों से निगम हर प्रमुख त्योहारों या अव सरों पर इस तरह की पहल करता रहा है और अब स्वच्छता सर्वे की भी तैयारी शुरू कर दी गई है।
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