इंदौर (Indore)। इंदौर के देवी अहिल्याबाई होलकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल पर मंगलवार रात शारजाह से आई फ्लाइट में आए दो पाकिस्तानी नागरिकों को दो दिनों तक एयरपोर्ट पर रखने के बाद कल रात की फ्लाइट से वापस शारजाह भेज दिया गया। इन यात्रियों के पास शारजाह से दिल्ली का वीजा था, लेकिन ये गलती से इंदौर आ गए थे, जिसके चलते इन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया था।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार रात एयर इंडिया एक्सप्रेस की शारजाह से आने वाली फ्लाइट में दो पाकिस्तानी नागरिक विक्की कुमार और पूनम कुमारी इंदौर पहुंचे थे। इमिग्रेशन जांच के दौरान सामने आया कि दोनों के पास शारजाह से दिल्ली का वीजा है। इस पर दोनों को एयरपोर्ट पर ही रोकते हुए वापस शारजाह भेजने के निर्देश दिए गए। शारजाह के लिए अगली फ्लाइट कल, यानी गुरुवार रात की होने से दो दिनों तक दोनों ही यात्री एयरपोर्ट पर बंदी मेहमान के रूप में रहे। इन्हें एयरपोर्ट पर ही डिटेंशन रूम में ठहराया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तानी नागरिक भारत में सिर्फ दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई पर ही सीधे जा सकते हैं। इसके बाद वे देश में कहीं भी घूम सकते हैं। इसी कारण उन्हें इंदौर एयरपोर्ट से बाहर जाने से रोका गया। यात्रियों ने अधिकारियों को बताया कि उन्हें लगा कि यह फ्लाइट शारजाह से इंदौर होते हुए दिल्ली जाएगी, इसलिए वे इसमें सवार हुए।
घूमने निकले थे, भारत में हैं रिश्तेदार
दोनों ही यात्री सिंधी समाज से हैं और घूमने के लिए पाकिस्तान से यूएई गए थे और भारत होते हुए दोनों को वापस पाकिस्तान जाना था। दोनों के कुछ रिश्तेदार भी भारत में रहते हैं, जिनसे मिलने वे लगातार भारत भी आते रहते हैं। गलत फ्लाइट में बुकिंग होने के कारण दोनों को ही दो दिनों तक एयरपोर्ट पर रुकना पड़ा। इसमें बड़ी गलती एयरलाइंस की भी है, क्योंकि अगर यात्रियों के पास दिल्ली का वीजा था तो उन्हें इंदौर की फ्लाइट में बैठने ही नहीं देना था।
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