इंदौर। महू (Mhow) में रिटायर्ड नायक की दो बेटियों से जासूस होने के शक में पुलिस और अन्य एजेंसियों की पूछताछ जारी है। वहीं इसके पहले भी कई बार पाकिस्तानी एजेंसियों (Pakistani agencies) ने स्थानीय लोगों को एजेंट (agents) बनाने के प्रयास किए हैं, लेकिन अभी तक सफल नहीं हुई हैं।
पुलिस के सूत्रों के अनुसार महू में सेना की खुफिया टीम के अलावा आईबी की टीम हमेशा अलर्ट पर रहती है। इस तरह की हर छोटी-मोटी सूचना पर तुरंत एक्शन लिया जाता है। इसके पहले भी छावनी क्षेत्र के आसपास रहने वाले विशेष समुदाय के लोगों को अपने जाल में फंसाकर जासूसी के लिए प्रयोग करने के कई बार प्रयास हुए हैं। हर बार ऐसे लोग पकड़े गए। अभी तक ऐसा कोई मामला सामने नहीं आया है, जिससे सेना से जुड़े कोई महत्वपूर्ण दस्तावेज जासूस पाकिस्तान तक पहुंचाने में सफल रहे हों। इस मामले में भी पुलिस और अन्य एजेंसियां लगातार सबूत जुटाने में लगी हुई हैं।
डाटा रिकवर नहीं हुआ तो अहमदाबाद लैब भेजेंगे
सूत्रों के अनुसार अब भोपाल साइबर सेल ( Bhopal cyber cell) के पास ऐसी सभी मशीनें मौजूद हैं, जिनकी सहायता से मोबाइल या लैपटॉप का डिलीट किया गया डाटा रिकवर किया जा सके। इस केस में भी भोपाल लैब में प्रयास किए जा रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि यदि यहां डाटा रिकवर नहीं हुआ तो अहमदाबाद लैब की मदद लेंगे।
आठ-आठ घंटे पहरा दे रही हैं क्राइम ब्रांच की टीमें
मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए युवतियों (women) के घर के बाहर 24 घंटे पुलिस (police) का कड़ा पहरा है। क्राइम ब्रांच की चार टीमों की आठ-आठ घंटे की ड्यूटी लगाई गई है। इसके अलावा घर के अंदर महू और बडग़ोंदा थाने की महिला पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। देश की सुरक्षा और सेना से जुड़ा मामला होने के कारण भोपाल मुख्यालय की पूरे मामले पर नजर है। इंदौर पुलिस के अधिकारी पल-पल की जानकारी मुख्यालय को दे रहे हैं। साथ ही वहां से मिले निर्देशों पर काम हो रहा है।
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