•आज 10 हजार इंजेक्शन जहाज से आए इंदौर… सभी जिलों में हेलिकॉप्टर से ही भिजवाएंगे भी
इंदौर। प्रदेशभर में ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinders) और इंजेक्शनों (injections) को लेकर हाहाकार मचा है। देर स ही सही शासन के स्वास्थ्य विभाग (health department) को इंजेक्शनों की उपयोगिता समझ में आई और अब हेलीकॉप्टर (helicopter) से भिजवाने के बंदोबस्त किए जा रहे हैं। आज 10 हजार इंजेक्शन इंदौर एयरपोर्ट पर हवाई जहाज से पहुंचे, जिन्हें सभी जिलों में हेलीकॉप्टरों के जरिए भिजवाया जाएगा। इसी तरह मुख्यमंत्री का कहना है कि ऑक्सीजन सिलेंडरों (Oxygen cylinders) के लिए केन्द्र सरकार से सहयोग लिया जा रहा है। ट्रेन से भी ये सिलेंडर बुलवाए जाएंगे। राउलकेला, भिलाई सहित अन्य जगहों से सिलेंडरों के साथ-साथ टैंकरों की भी व्यवस्था की जा रही है। वहीं ऑक्सीजन कंसनट्रेटर यूनिट भी शासन खरीद रहा है और कई जिलों में अभी ये मशीनें भिजवाई भी गई है और स्थानीय स्तर पर प्रशासन भी इन्हें हासिल कर मरीजों के लिए उपलब्ध करवा रहा है, जिसकी शुरुआत धार जिले से अभी दो दिन पहले ही हुई। इंदौर में लगातार ऑक्सीजन और इंजेक्शन की कमी आ रही है और अगले दो-तीन दिनों में ही स्थिति सामान्य होने की उम्मीद अफसरों द्वारा जताई जा रही है।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने अपने दमोह का रोड शो और चुनाव प्रचार भी स्थगित किया और दिनभर कोरोना समीक्षा की बैठकों में व्यस्त रहे। दरअसल इंदौर, भोपाल सहित प्रदेशभर में तेजी से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। बैड, ऑक्सीजन (Oxygen) और इंजेक्शन की लगातार मारामारी मची है। अग्निबाण द्वारा भी लगातार यह मुद्दा उठाया जाता रहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शनों (Remedisvir Injection) की अगर व्यवस्था शासन करवा दे तो काफी हद तक मरीजों को राहत मिल सकती है। उसके पहले शासन के स्वास्थ्य विभाग ने एक गाइडलाइन थोप दी, जिसमें यह कहा गया कि अस्पताल में भर्ती और ऑक्सीजन (Oxygen) की जिन्हें जरूरत पड़ रही है, वैसे ही अधिक संक्रमित मरीजों को ही ये इंजेक्शन दिए जाएं। दरअसल इंजेक्शनों का टोटा पड़ गया और मरीजों के परिजन एक-एक इंजेक्शन के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं, जबकि डॉक्टरों का कहना है कि अगर शुरुआत में ही 15 से 20 फीसदी संक्रमित वाले मरीजों को ये इंजेक्शन लगा दिए जाएं तो जहां इंफेक्शन बढऩे का खतरा कम हो जाता है, वहीं बेड, ऑक्सीजन की भी जरूरत कम हो जाएगी। बहरहाल, अब शासन को यह बात समझ में आई और अब कल से ऑक्सीजन-इंजेक्शन की सप्लाय बढ़ाने पर ही पूरा जोर दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के हालात तो विकट हैं और जहां से भी उपलब्ध हो सकती है, ऑक्सीजन जुटाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं, जिसमें केन्द्र सरकार का भी सहयोग लिया जा रहा है। ट्रेन से ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen cylinders) बुलवाए जाएंगे और टैंकरों के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। दूसरी तरफ रेमडेसिविर इंजेक्शन हेलीकॉप्टरों के जरिए सभी जिलों तक भिजवाए जाएंगे, ताकि मरीजों तक जल्दी पहुंच सके। दरअसल प्रदेश शासन ने इंदौर मेडिकल कालेज को सरकारी अस्पतालों को इंजेक्शन आपूर्ति के लिए नोडल एजेंसी बनाया है। पूर्व में 20 हजार से अधिक इंजेक्शन और कल भी दो हजार इंजेक्शन आए और आज इंदौर एयरपोर्ट पर सवा 10 बजे इंजेक्शन-आवश्यक दवाएं शासन ने भिजवाई। संभागायुक्त डॉ. शर्मा ने बताया कि लगभग 10 हजार इंजेक्शन मिल रहे है, जिन्हें इंदौर के अलावा अन्य जिलों में तुरंत भिजवाया जाएगा और हेलीकॉफ्टर से ही जिले में ये इंजेक्शन पहुंचाएंगे। दूसरी तरफ इंदौर में इंजेक्शनों की जबरदस्त कमी है। दरअसल दवाई कम्पनियों द्वारा उनके वितरकों को भी ये इंजेक्शन नहीं भिजवाए, जिसके चलते निजी अस्पतालों और अन्य मरीजों को इंजेक्शन नहीं मिल रहे हैं।
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